स्वप्नगाय नमः | ஸ்வப்னகா³ய நம: |
स्वप्नाय | ஸ்வப்னாய |
सांप्रदायकाय | ஸாம்ப்ரதா³யகாய |
सुप्रदीपाय | ஸுப்ரதீ³பாய |
सुपसन्नाय | ஸுபஸன்னாய |
सुप्रकाश स्वरूपाय | ஸுப்ரகாஶ ஸ்வரூபாய |
सुप्रभेदागमनाभये | ஸுப்ர பே⁴தா³க³மனாப⁴யே |
सुप्रभाय | ஸுப்ரபா⁴ய |
सुप्रसादाय | ஸுப்ரஸாதா³ய |
सुप्रतीकाय | ஸுப்ரதீகாய |
सुप्रतापनाय | ஸுப்ரதாபனாய |
सुप्रजाताय | ஸுப்ரஜாதாய |
सुपात्राय | ஸுபாத்ராய |
सुपोषाय | ஸுபோஷாய |
सुपाशाय | ஸுபாஶாய |
सुपर्णाय | ஸுபர்ணாய |
सुपर्णवाहनप्रिताय | ஸுபர்ணவாஹனப்ரிதாய |
सुपुष्पाय | ஸுபுஷ்பாய |
सुप्रीतानततेजसे | ஸுப்ரீதானததேஜஸே |
सुप्रीताय नमः --९१०० | ஸுப்ரீதாய நம: --9100 |
सफलोदयाय नमः | ஸப²லோத³யாய நம: |
साम्बाय | ஸாம்பா³ய |
सुबलाय | ஸுப³லாய |
सुबलाढ्याय | ஸுப³லாட்⁴யாய |
सुबुद्धये | ஸுபு³த்³த⁴யே |
सुबल बाणासुर वरप्रदाय | ஸுப³ல பா³ணாஸுர வரப்ரதா³ய |
सुबीजाय | ஸுபீஜாய |
सुबंधविमोचनाय | ஸுப³ந்த⁴விமோசனாய |
सुबान्धवाय | ஸுபா³ந்த⁴வாய |
सुब्रह्मण्याय | ஸுப்³ரஹ்மண்யாய |
सभापतये | ஸபா⁴பதயே |
सभानाथाय | ஸபா⁴நாதா²ய |
सभावनाय | ஸபா⁴வனாய |
सभाभ्यो | ஸபா⁴ப்⁴யோ |
सभापतिभ्यो | ஸபா⁴பதிப்⁴யோ |
संभाव्याय | ஸம்பா⁴வ்யாய |
संभग्नाय | ஸம்ப⁴க்³னாய |
संभ्रमाय | ஸம்ப்⁴ரமாய |
संभूतये | ஸம்பூ⁴தயே |
संभवाय नमः --९१२० | ஸம்ப⁴வாய நம: --9120 |
Sunday, November 16, 2014
ஶிவம் - 9081_9120
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