| सरससुफलदाय नमः | ஸரஸ ஸுப²லதா³ய நம: |
| सरसगुणगणाय | ஸரஸ கு³ணக³ணாய |
| सरसवदनाय | ஸரஸவத³னாய |
| सरस्वत्यम्बुसेविताय | ஸரஸ்வத்யம்பு³ ஸேவிதாய |
| सरसिजविपक्षचूडाय | ஸரஸிஜவிபக்ஷசூடா³ய |
| सरसिज कुवलयजागरसंवेशन जाकरूकलोचनाय | ஸரஸிஜ குவலய ஜாக³ர ஸம்ʼவேஶன ஜாகரூக லோசனாய |
| सरसीरुहसंजातप्राप्तसारथये | ஸரஸீருஹ ஸஞ்ஜாத ப்ராப்தஸாரத²யே |
| सरसीरुहपत्रायतदृशे | ஸரஸீருஹபத்ராய தத்³ருʼஶே |
| सरस्याय | ஸரஸ்யாய |
| सारीज्जटालाय | ஸாரீஜ்ஜடாலாய |
| सर्गस्थितिविनाशानां कर्तृप्रेरकाय | ஸர்க³ ஸ்தி²தி வினாஶானாம்ʼ கர்த்ருʼ ப்ரேரகாய |
| सर्गाणंपतये | ஸர்கா³ணம்பதயே |
| सर्वसाक्षिणे | ஸர்வஸாக்ஷிணே |
| सर्वप्रदाय | ஸர்வப்ரதா³ய |
| सर्वतःकृतासनाय | ஸர்வத:க்ருʼதாஸனாய |
| सर्वत्रपाणिपादाय | ஸர்வத்ரபாணிபாதா³ய |
| सर्वतोमुखाय | ஸர்வதோமுகா²ய |
| सर्वस्य जगतःपात्रे | ஸர்வஸ்ய ஜக³த:பாத்ரே |
| सर्वलोकानां नेत्रे नमः --९३४० | ஸர்வலோகானாம்ʼ நேத்ரே நம: --9340 |
| सर्ववेदान्तपारगाय नमः | ஸர்வ வேதா³ந்த பாரகா³ய நம: |
| सर्वशास्त्रार्थसंपन्नाय | ஸர்வ ஶாஸ்த்ரார்த² ஸம்பன்னாய |
| सर्वसौभाग्यनिलयाय | ஸர்வஸௌபா⁴க்³ய நிலயாய |
| सर्वकारणाय | ஸர்வகாரணாய |
| सर्वहृते | ஸர்வஹ்ருʼதே |
| सर्वकृते | ஸர்வக்ருʼதே |
| सर्वलोकेशाय | ஸர்வலோகேஶாய |
| सर्वसृष्टयर्थाय | ஸர்வஸ்ருʼஷ்டயர்தா²ய |
| सर्वाभीष्टफलप्रदाय | ஸர்வாபீ⁴ஷ்டப²லப்ரதா³ய |
| सर्वलोकैकजीवातवे | ஸர்வலோகைகஜீவாதவே |
| सर्वज्ञाय | ஸர்வஜ்ஞாய |
| सर्वभावकराय | ஸர்வபா⁴வகராய |
| सर्वशुभंकराय | ஸர்வஶுப⁴ங்கராய |
| सर्वशस्त्रभृतां वराय | ஸர்வஶஸ்த்ரப்⁴ருʼதாம்ʼ வராய |
| सर्वप्रपञ्चसृष्ट्यादिपञ्चकृत्यकर्त्रे | ஸர்வ ப்ரபஞ்ச ஸ்ருʼஷ்ட்யாதி³ பஞ்ச க்ருʼத்ய கர்த்ரே |
| सर्वदिव्यैरलंकृताय | ஸர்வ தி³வ்யைரலங்க்ருʼதாய |
| सर्वलोकविभूषणाय | ஸர்வலோக விபூ⁴ஷணாய |
| सर्वधर्मज्ञाय | ஸர்வ த⁴ர்மஜ்ஞாய |
| सर्वभूतप्रियाय | ஸர்வபூ⁴த ப்ரியாய |
| सरभूतपतये नमः --९३६० | ஸரபூ⁴தபதயே நம: --9360 |
Thursday, November 27, 2014
ஶிவம் - 9321_9360
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