| अतुलप्रभाय नमः | அதுல ப்ரபா⁴ய நம: |
| अतिह्रुष्टाय | அதிஹ்ருஷ்டாய |
| अद्भुतविग्रहाय | அத்³பு⁴த விக்³ரஹாய |
| अद्वैतामृताय | அத்³வைதாம்ருʼதாய |
| अदिनाय | அதி³னாய |
| अदम्भाय | அத³ம்பா⁴ய |
| अदश्याय | அத³ஶ்யாய |
| अदितये | அதி³தயே |
| अद्रिराजालयाय | அத்³ரிராஜாலயாய |
| अद्रिणां प्रभवे | அத்³ரிணாம்ʼ ப்ரப⁴வே |
| अद्भुताय | அத்³பு⁴தாய |
| अद्वितीयाय | அத்³விதீயாய |
| अद्वैताय | அத்³வைதாய |
| अद्रये | அத்³ரயே |
| अद्वयानन्दविज्ञान सुखदाय | அத்³வயானந்த³ விஜ்ஞான ஸுக²தா³ய |
| अद्रुष्टाय | அத்³ருஷ்டாய |
| अदृप्ताय | அத்³ருʼப்தாய |
| अद्भुत विक्रमाय | அத்³பு⁴த விக்ரமாய |
| अद्रीन्द्रतनया महाभाग्याय | அத்³ரீந்த்³ர தனயா மஹாபா⁴க்³யாய |
| अद्वयाय नमः – १४० | அத்³வயாய நம: – 140 |
No comments:
Post a Comment