| कवये नम: | கவயே நம: |
| दुःस्वप्ननाशनाय | து³:ஸ்வப்ன நாஶனாய |
| गौरीविलाससदनाय | கௌ³ரீவிலாஸ ஸத³னாய |
| पिशाचानुचरावृताय | பிஶாசானுசரா வ்ருʼதாய |
| दक्षिणाप्रेमसन्तुष्टाय | த³க்ஷிணா ப்ரேம ஸந்துஷ்டாய |
| दारिद्र्यबडवानलाय | தா³ரித்³ர்ய ப³ட³வானலாய |
| अद्भुतानन्तसङ्ग्रामाय | அத்³பு⁴தானந்த ஸங்க்³ராமாய |
| ढक्कावादनतत्पराय | ட⁴க்காவாத³ன தத்பராய |
| प्राच्यात्मने | ப்ராச்யாத்மனே |
| दक्षिणाकाराय | த³க்ஷிணாகாராய |
| प्रतीच्यात्मने | ப்ரதீச்யாத்மனே |
| उत्तराकृतये | உத்தரா க்ருʼதயே |
| ऊर्ध्वाद्यन्यदिगाकाराय | ஊர்த்⁴வாத்³யன்யதி³கா³ காராய |
| मर्मज्ञाय | மர்மஜ்ஞாய |
| सर्वशिक्षकाय | ஸர்வ ஶிக்ஷகாய |
| युगावहाय | யுகா³வஹாய |
| युगाधीशाय | யுகா³தீ⁴ஶாய |
| युगात्मने | யுகா³த்மனே |
| युगनायकाय | யுக³நாயகாய |
| जङ्गमाय नम: ७८० | ஜங்க³மாய நம: 780 |
| स्थावराकाराय नम : | ஸ்தா²வரா காராய நம : |
| कैलासशिखरप्रियाय | கைலாஸ ஶிக²ர ப்ரியாய |
| हस्तराजत्पुण्डरीकाय | ஹஸ்தராஜத் புண்ட³ரீகாய |
| पुण्डरीकनिभेक्षणाय | புண்ட³ரீக நிபே⁴க்ஷணாய |
| लीलाविडम्बितवपुषे | லீலாவிட³ம்பி³த வபுஷே |
| भक्तमानसमण्डिताय | ப⁴க்தமானஸ மண்டி³தாய |
| बृन्दारकप्रियतमाय | ப்³ருʼந்தா³ரக ப்ரியதமாய |
| बृन्दारकवरार्चिताय | ப்³ருʼந்தா³ரக வரார்சிதாய |
| नानाविधानेकरत्नलसत्कुण्डलमण्डिताय | நானா விதா⁴னேகரத்ன லஸத்குண்ட³ல மண்டி³தாய |
| निःसीममहिम्ने | நி:ஸீம மஹிம்னே |
| नित्यालीलाविग्रहरूपधृते | நித்யாலீலா விக்³ரஹ ரூபத்⁴ருʼதே |
| चन्तनद्रवदिग्धाङ्काय | சந்தனத்³ரவ தி³க்³தா⁴ங்காய |
| चाम्पेयकुसुमार्चिताय | சாம்பேய குஸுமார்சிதாய |
| समस्तभक्तसुखदाय | ஸமஸ்த ப⁴க்த ஸுக²தா³ய |
| परमाणवे | பரமாணவே |
| महाहृरदाय | மஹா ஹ்ரு'தா³ய |
| अलौकिकाय | அலௌகிகாய |
| तुष्प्रधर्षाय | துஷ்ப்ரத⁴ர்ஷாய |
| कपिलाय | கபிலாய |
| कालकन्धराय नम: ८०० | கால கந்த⁴ராய நம: 800 |
Friday, January 30, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0761_0800
Thursday, January 29, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0721_0760
| बलप्रमथनाय नम: | ப³லப்ரமத²னாய நம: |
| बलाय | ப³லாய |
| विध्याकराय | வித்⁴யாகராய |
| महाविध्याय | மஹாவித்⁴யாய |
| विध्याविध्याविशारदाय | வித்⁴யாவித்⁴யா விஶாரதா³ய |
| वसन्तकृते | வஸந்தக்ருʼதே |
| वसन्तात्मने | வஸந்தாத்மனே |
| वसन्तेशाय | வஸந்தேஶாய |
| वसन्तदाय | வஸந்ததா³ய |
| प्रावृट्कृते | ப்ராவ்ருʼட் க்ருʼதே |
| प्रावृडाकाराय | ப்ராவ்ருʼடா³காராய |
| प्रावृट्कालप्रवर्तकाय | ப்ராவ்ருʼட்கால ப்ரவர்தகாய |
| शरन्नाथाय | ஶரன் நாதா²ய |
| शरत्कालनाशकाय | ஶரத்கால நாஶகாய |
| शरदाश्रयाय | ஶரதா³ஶ்ரயாய |
| कुन्दमन्दारपुष्पौघ लसद्वायुनिषेविताय | குந்த³மந்தா³ர புஷ்பௌக⁴ லஸத்³வாயு நிஷேவிதாய |
| दिव्यदेहप्रभाकूटसन्दिपितदिगन्तराय | தி³வ்யதே³ஹ ப்ரபா⁴கூட ஸந்தி³பிததி³ க³ந்தராய |
| देवासुरगुरुस्तव्याय | தே³வாஸுர கு³ருஸ்தவ்யாய |
| देवासुरनमस्कृताय | தே³வாஸுர நமஸ்க்ருʼதாய |
| वामाङ्गभागविलसच्छ्यामलावीक्षणप्रियाय नम: ७४० | வாமாங்க³பா⁴க ³விலஸச்ச்²யாமலா வீக்ஷண ப்ரியாய நம: 740 |
| कीर्त्याधाराय नम: | கீர்த்யாதா⁴ராய நம: |
| कीर्तिकराय | கீர்திகராய |
| कीर्तिहेतवे | கீர்திஹேதவே |
| अहेतुकाय | அஹேதுகாய |
| शरणागतदितार्ति परित्राणपरायणाय | ஶரணாக³த தீ³தார்தி பரித்ராண பராயணாய |
| महाप्रेतासनासीनाय | மஹா ப்ரேதாஸனாஸீனாய |
| जितसर्वपितामहाय | ஜிதஸர்வ பிதாமஹாய |
| मुक्तादामपरीताङ्काय | முக்தாதா³ம பரீதாங்காய |
| नानागानविशारताय | நானா கா³ன விஶாரதாய |
| विष्णुब्रह्मादिवद्याङ्घ्रये | விஷ்ணுப்³ரஹ்மாதி³ வத்³யாங்க்⁴ரயே |
| नानादेशैकनायकाय | நானா தே³ஶைக நாயகாய |
| धीरोदात्ताय | தீ⁴ரோதா³த்தாய |
| महाधीराय | மஹாதீ⁴ராய |
| धैर्यदाय | தை⁴ர்யதா³ய |
| धैर्यवर्धकाय | தை⁴ர்ய வர்த⁴காய |
| विज्ञानमयाय | விஜ்ஞானமயாய |
| आनन्दमयाय | ஆனந்த³மயாய |
| प्राणमयाय | ப்ராணமயாய |
| अन्नदाय | அன்னதா³ய |
| भवाब्धितरणोपायाय नम: ७६० | ப⁴வாப்³தி⁴ தரணோபாயாய நம: 760 |
Wednesday, January 28, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0681_0720
| कृतकौतुकमङ्गलाय: नम: | க்ருʼதகௌதுக மங்க³லாய: நம: |
| त्रिलोकमोहनाय | த்ரிலோக மோஹனாய |
| श्रीमत्त्रिपुण्ड्राङ्कितमस्तकाय | ஶ்ரீமத்த்ரிபுண்ட்³ராங்கித மஸ்தகாய |
| क्रौञ्चारिजनकाय | க்ரௌஞ்சாரி ஜனகாய |
| श्रीमद्गणनाथसुतान्विताय | ஶ்ரீமத்³க³ணநாத² ஸுதான்விதாய |
| अद्भुदानन्दवरताय | அத்³பு⁴தா³னந்த³ வரதாய |
| अपरिच्छिन्नात्मवैभवाय | அபரிச்சி²ன்னாத்ம வைப⁴வாய |
| इष्टापूर्तप्रियाय | இஷ்டாபூர்த ப்ரியாய |
| शर्वाय | ஶர்வாய |
| एकवीराय | ஏகவீராய |
| प्रियम्वदाय | ப்ரியம் வதா³ய |
| ऊहापोहविनिर्मुक्ताय | ஊஹாபோஹ விநிர்முக்தாய |
| ओङ्कारेश्वरपूजिताय | ஓங்காரேஶ்வர பூஜிதாய |
| रुद्राक्षवक्षसे | ருத்³ராக்ஷ வக்ஷஸே |
| रुद्राक्षरूपाय | ருத்³ராக்ஷ ரூபாய |
| रुद्राक्षपक्षकाय | ருத்³ராக்ஷ பக்ஷகாய |
| भुजगेन्द्रलसत्कण्ठाय | பு⁴ஜகே³ந்த்³ர லஸத் கண்டா²ய |
| भुजङ्गाभरणप्रियाय | பு⁴ஜங்கா³ப⁴ரண ப்ரியாய |
| कल्याणरूपाय | கல்யாணரூபாய |
| कल्याणाय नम: ७०० | கல்யாணாய நம: 700 |
| कल्याणगुणसम्श्रयाय नम: | கல்யாணகு³ண ஸம்ஶ்ரயாய நம: |
| सुन्दरभ्रुवे | ஸுந்த³ரப்⁴ருவே |
| सुनयनाय | ஸுநயனாய |
| सुललाटाय | ஸுலலாடாய |
| सुकन्धराय | ஸுகந்த⁴ராய |
| विद्वज्जनाश्रयाय | வித்³வஜ்ஜனாஶ்ரயாய |
| विद्वज्जनस्तव्यपराक्रमाय | வித்³வஜ்ஜன ஸ்தவ்ய பராக்ரமாய |
| विनीतवत्सलाय | விநீனீதவத்ஸலாய |
| नीतिस्वरूपाय | நீதி ஸ்வரூபாய |
| नीतिसम्श्रयाय | நீதி ஸம்ஶ்ரயாய |
| अतिरागिणे | அதிராகி³ணே |
| वीतरागिणे | வீதராகி³ணே |
| रागहेतवे | ராக³ஹேதவே |
| विरागविते | விராக³விதே |
| रागघ्ने | ராக³க்⁴னே |
| रागशमनाय | ராக³ஶமனாய |
| रागदे | ராக³தே³ |
| रागिरागविदे | ராகி³ராக³விதே³ |
| मनोन्मनाय | மனோன்மனாய |
| मनोरूपाय नम: ७२० | மனோ ரூபாய நம: 720 |
Tuesday, January 27, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0641_0680
| सुरोत्तमाय नम: | ஸுரோத்தமாய நம: |
| चित्रभानवे | சித்ரபா⁴னவே |
| सदावैभवतत्पराय | ஸதா³வைப⁴வ தத்பராய |
| सुहृद्ग्रेसराय | ஸுஹ்ருʼத்³ க்³ரேஸராய |
| सिद्धज्ञानमुद्राय | ஸித்³த⁴ஜ்ஞான முத்³ராய |
| गणाधिपाय | க³ணாதி⁴பாய |
| आगमाय | ஆக³மாய |
| चर्मवसनाय | சர்மவஸனாய |
| वाञ्छितार्थफलप्रदाय | வாஞ்சி²தார்த² ப²லப்ரதா³ய |
| अन्तर्हिताय | அந்தர் ஹிதாய |
| असमानाय | அஸமானாய |
| देवसिम्हासनाधिपाय | தே³வ ஸிம்ஹாஸனாதி⁴பாய |
| विवादहन्त्रे | விவாத³ஹந்த்ரே |
| सर्वात्मने | ஸர்வாத்மனே |
| कालाय | காலாய |
| कालविवर्जिताय | கால விவர்ஜிதாய |
| विश्वातीताय | விஶ்வாதீதாய |
| विश्वकर्त्रे | விஶ்வகர்த்ரே |
| विश्वेशाय | விஶ்வேஶாய |
| विश्वकारणाय नम: ६६० | விஶ்வகாரணாய நம: 660 |
| योगिध्येयाय नम: | யோகி³ த்⁴யேயாய நம: |
| योगनिष्टाय | யோக³ நிஷ்டாய |
| योगात्मने | யோகா³த்மனே |
| योगवित्तमाय | யோக³வித்தமாய |
| ओङ्काररूपाय | ஓங்கார ரூபாய |
| भगवते | ப⁴க³வதே |
| बिन्दुनादमयाय शिवाय | பி³ந்து³நாத³மயாய ஶிவாய |
| चतुर्मुखादीसम्स्तुत्याय | சதுர்முகா²தீ³ ஸம்ஸ்துத்யாய |
| चतुर्वर्गफलप्रदाय | சதுர்வர்க³ ப²லப்ரதா³ய |
| सह्याचलकुहावासिने | ஸஹ்யாசல குஹாவாஸினே |
| साक्षान्मोक्षरसामृताय | ஸாக்ஷான்மோக்ஷ ரஸாம்ருʼதாய |
| तक्षाध्वरसमुच्छेत्रे | தக்ஷாத்⁴வர ஸமுச்சே²த்ரே |
| पक्षपातविवर्जिताय | பக்ஷபாத விவர்ஜிதாய |
| ओङ्कारवाचकाय | ஓங்கார வாசகாய |
| शम्भवे | ஶம்ப⁴வே |
| शङ्कराय | ஶங்கராய |
| शशिशीतलाय | ஶஶிஶீதலாய |
| पङ्कजासनसम्सेव्याय | பங்கஜாஸன ஸம்ஸேவ்யாய |
| किङ्करामरवत्सलाय | கிங்கராமரவத்ஸலாய |
| नतदौभाग्यतूलाग्नये नम: ६८० | நததௌ³பா⁴க்³ய தூலாக்³னயே நம: 680 |
Monday, January 26, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0601_0640
| यज्ञपुरुषाय नम: | யஜ்ஞ புருஷாய நம: |
| सृष्टिस्थित्यन्तकारणाय | ஸ்ருʼஷ்டி ஸ்தி²த்யந்த காரணாய |
| परहम्सैकजिज्ञास्याय | பரஹம்ஸைக ஜிஜ்ஞாஸ்யாய |
| स्वप्रकाशस्वरूपवते | ஸ்வப்ரகாஶ ஸ்வரூபவதே |
| मुनिमृग्याय | முனி ம்ருʼக்³யாய |
| देवमृग्याय | தே³வ ம்ருʼக்³யாய |
| मृगहस्ताय | ம்ருʼக³ ஹஸ்தாய |
| मृगेश्वराय | ம்ருʼகே³ஶ்வராய |
| मृगेन्द्रचर्मवसनाय | ம்ருʼகே³ந்த்³ர சர்ம வஸனாய |
| नरसिम्हनिपातनाय | நரஸிம்ஹனிபாதனாய |
| मुनिवन्द्याय | முனிவந்த்³யாய |
| मुनिश्रेष्ठाय | முனிஶ்ரேஷ்டா²ய |
| मुनिबृन्दनिषेविताय | முனிப்³ருʼந்த³ நிஷேவிதாய |
| तुष्टमृत्यवे | துஷ்ட ம்ருʼத்யவே |
| अदुष्टेहाय | அது³ஷ்டேஹாய |
| मृत्युघ्ने | ம்ருʼத்யுக்⁴னே |
| मृत्युपूजिताय | ம்ருʼத்யு பூஜிதாய |
| अव्यक्ताय | அவ்யக்தாய |
| अम्पुजजन्मादिकोटिकोटिसुपूजिताय | அம்புஜ ஜன்மாதி³ கோடி கோடி ஸுபூஜிதாய |
| लिङ्गमूर्त्तये नम: ६२० | லிங்க³மூர்த்தயே நம: 620 |
| अलिङ्गात्मने नम: | அலிங்கா³த்மனே நம: |
| लिङ्गात्मने | லிங்கா³த்மனே |
| लिङ्गविग्रहाय | லிங்க³விக்³ரஹாய |
| यजुर्मूर्तये | யஜுர்மூர்தயே |
| साममूर्तये | ஸாமமூர்தயே |
| ऋङ्मूर्तये | ருʼங்மூர்தயே |
| मूर्त्तिवर्जिताय | மூர்த்தி வர்ஜிதாய |
| विश्वेशाय | விஶ்வேஶாய |
| गजचर्मैकचेलाञ्चितकटीतटाय | க³ஜ சர்மைகசேலாஞ்சித கடீதடாய |
| पावनान्तेवसद्योगिजनसार्थसुधाकराय | பாவனாந்தேவ ஸத்³யோகி³ஜன ஸார்த² ஸுதா⁴ கராய |
| अनन्तसोमसूर्याघ्निमण्डलप्रतिमप्रभाय | அனந்த ஸோம ஸூர்யாக்⁴னி மண்ட³ல ப்ரதிம ப்ரபா⁴ய |
| चिन्ताशोकप्रशमनाय | சிந்தாஶோக ப்ரஶமனாய |
| सर्वविध्याविशारदाय | ஸர்வவித்⁴யாவிஶாரதா³ய |
| भक्तविज्ञप्तिसंधात्रे | ப⁴க்த விஜ்ஞப்தி ஸந்தா⁴த்ரே |
| कर्त्रे | கர்த்ரே |
| गिरिवराकृतये | கி³ரிவரா க்ருʼதயே |
| ज्ञानप्रदाय | ஜ்ஞானப்ரதா³ய |
| मनोवासाय | மனோவாஸாய |
| क्षेम्याय | க்ஷேம்யாய |
| मोहविनाशनाय नम: ६४० | மோஹ வினாஶனாய நம: 640 |
Friday, January 23, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0561_0600
| क्षमारूपिणे नम: | க்ஷமாரூபிணே நம: |
| तप्तचामीकरप्रभाय | தப்தசாமீகரப்ரபா⁴ய |
| त्र्यम्बकाय | த்ர்யம்ப³காய |
| वररुचये | வரருசயே |
| देवदेवाय | தே³வ தே³வாய |
| चतुर्भुजाय | சதுர்பு⁴ஜாய |
| विश्वम्भराय | விஶ்வம்ப⁴ராய |
| विचित्राङ्गाय | விசித்ராங்கா³ய |
| विधात्रे | விதா⁴த்ரே |
| पुरुषासनाय | புருஷாஸனாய |
| सुब्रह्मण्याय | ஸுப்³ரஹ்மண்யாய |
| जकत्स्वामिने | ஜகத் ஸ்வாமினே |
| रोहिताक्षाय | ரோஹிதாக்ஷாய |
| शिवोत्तमाय | ஶிவோத்தமாய |
| नक्षत्रमालाभरणाय | நக்ஷத்ரமாலாப⁴ரணாய |
| मघवते | மக⁴வதே |
| अघनाशनाय | அக⁴நாஶனாய |
| विधिकर्त्रे | விதி⁴கர்த்ரே |
| विधानज्ञाय | விதா⁴னஜ்ஞாய |
| प्रधानपुरुषेश्वराय नम: ५८० | ப்ரதா⁴ன புருஷேஶ்வராய நம: 580 |
| चिन्तामणये नम: | சிந்தாமணயே நம: |
| सुरगुरवे | ஸுரகு³ரவே |
| ध्येयाय | த்⁴யேயாய |
| नीराजनप्रियाय | நீராஜன ப்ரியாய |
| गोविन्ताय | கோ³விந்தாய |
| राजराजेशाय | ராஜராஜேஶாய |
| बहुपुष्पार्चनप्रियाय | ப³ஹுபுஷ்பார்சன ப்ரியாய |
| सर्वानन्दाय | ஸர்வானந்தா³ய |
| दयारूपिणे | த³யாரூபிணே |
| शैलजासुमनोहराय | ஶைலஜாஸு மனோஹராய |
| सुविक्रमाय | ஸுவிக்ரமாய |
| सर्वगताय | ஸர்வக³தாய |
| हेतुसाधनवर्जिताय | ஹேதுஸாத⁴ன வர்ஜிதாய |
| वृषाङ्काय | வ்ருʼஷாங்காய |
| रमणीयाङ्गाय | ரமணீயாங்கா³ய |
| सदङ्ग्रये | ஸத³ங்க்³ரயே |
| सामपारकाय | ஸாமபாரகாய |
| मन्त्रात्मने | மந்த்ராத்மனே |
| कोटिकन्दर्पसौन्दर्यरसवारिधये | கோடி கந்த³ர்ப ஸௌந்த³ர்ய ரஸ வாரித⁴யே |
| यज्ञेशाय नम: ६०० | யஜ்ஞேஶாய நம: 600 |
Subscribe to:
Comments (Atom)