| गङ्घोद्भासितमूर्धजाय नम: | க³ங்கோ⁴த்³பா⁴ஸித மூர்த⁴ஜாய நம: |
| कल्याणाचलकोदण्टाय | கல்யாணாசல கோத³ண்டாய |
| कमलापतिसायकाय | கமலாபதி ஸாயகாய |
| वाराम्शेवधितूणीराय | வாராம்ஶேவதி⁴ தூணீராய |
| सरोजासनसारथये | ஸரோஜாஸன ஸாரத²யே |
| त्रयीतुरङ्गसङ्क्रान्ताय | த்ரயீதுரங்க³ ஸங்க்ராந்தாய |
| वासुकिज्याविराजिताय | வாஸுகிஜ்யா விராஜிதாய |
| रवीन्दुचरणाचारिधरारथविराजिताय | ரவீந்து ³சரணாசாரி த⁴ராரத²விராஜிதாய |
| त्रय्यन्तप्रग्रहोदारचारुघण्टारवोज्ज्वलाय | த்ரய்யந்த ப்ரக்³ ரஹோதா³ர சாரு க⁴ண்டாரவோஜ்ஜ்வலாய |
| उत्तानपर्वलोमाढ्याय | உத்தான பர்வலோமாட்⁴யாய |
| लीलाविजितमन्मथाय | லீலாவிஜித மன்மதா²ய |
| जातुप्रपन्नजनता जीवनोपायनोत्सुकाय | ஜாது ப்ரபன்ன ஜனதா ஜீவனோபாயனோத்ஸுகாய |
| सम्सारार्णवनिर्मग्न समुद्धरणपण्डिताय | ஸம்ஸாரார்ணவ நிர்மக்³ன ஸமுத்³த⁴ரண பண்டி³தாய |
| मदद्विरदधिक्कारिगतिमञ्जुलवैभवाय | மத³த்³விரத³தி⁴க்காரிக³தி மஞ்ஜுல வைப⁴வாய |
| मत्तकोकिलमाधुर्यरसनिर्भरगीर्गणाय | மத்தகோகில மாது⁴ர்ய ரஸ நிர்ப⁴ர கீ³ர்க³ணாய |
| कैवल्योदधिकल्लोललीलाताण्डवपण्डिताय | கைவல்யோத³தி⁴கல்லோல லீலாதாண்ட³வ பண்டி³தாய |
| विष्णवे | விஷ்ணவே |
| जिष्णवे | ஜிஷ்ணவே |
| वासुदेवाय | வாஸுதே³வாய |
| प्रभविष्णवे नम: ३४० | ப்ரப⁴விஷ்ணவே நம: 340 |
| पुरातनाय नम: | புராதனாய நம: |
| वर्धिष्णवे | வர்தி⁴ஷ்ணவே |
| वरदाय | வரதா³ய |
| वैद्याय | வைத்³யாய |
| हरये | ஹரயே |
| नारायणाय | நாராயணாய |
| अच्युताय | அச்யுதாய |
| अज्ञानवनदावाग्नये | அஜ்ஞான வனதா³வாக்³னயே |
| प्रज्ञाप्रासादभूपतये | ப்ரஜ்ஞா ப்ராஸாத³ பூ⁴பதயே |
| सर्पभूषितसर्वाङ्गाय | ஸர்ப பூ⁴ஷித ஸர்வாங்கா³ய |
| कर्पूरोज्ज्वलिताक्रुतये | கர்பூரோஜ்ஜ்வலிதா க்ருதயே |
| अनादिमध्यनिधनाय | அனாதி³ மத்⁴ய நித⁴னாய |
| गिरीशाय | கி³ரீஶாய |
| गिरिजापतये | கி³ரிஜாபதயே |
| वीतरागाय | வீதராகா³ய |
| विनीतात्मने | வினீதாத்மனே |
| तपस्विने | தபஸ்வினே |
| भूतभावनाय | பூ⁴தபா⁴வனாய |
| देवासुरगुरुध्येयाय | தே³வாஸுர கு³ருத்⁴யேயாய |
| देवासुरनमस्कृताय नम: ३६० | தே³வாஸுர நமஸ்க்ருʼதாய நம: 360 |
Thursday, January 15, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0321_0360
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