| हरिप्रियाय नम: | ஹரிப்ரியாய நம: |
| निर्लेपाय | நிர்லேபாய |
| नीतिमते | நீதிமதே |
| सूत्रिणे | ஸூத்ரிணே |
| श्रीहालाहलसुन्दराय | ஶ்ரீ ஹாலாஹல ஸுந்த³ராய |
| धर्मदक्षाय | த⁴ர்ம த³க்ஷாய |
| महाराजाय | மஹாராஜாய |
| किरीटिने | கிரீடினே |
| वन्दिताय | வந்தி³தாய |
| गुहाय | கு³ஹாய |
| माधवाय | மாத⁴வாய |
| यामिनीनाथाय | யாமினீ நாதா²ய |
| शम्बराय | ஶம்ப³ராய |
| शबरीप्रियाय | ஶப³ரீ ப்ரியாய |
| सङ्गीतवेत्रे | ஸங்கீ³த வேத்ரே |
| लोकज्ञाय | லோகஜ்ஞாய |
| शान्ताय | ஶாந்தாய |
| कलशसम्भवाय | கலஶ ஸம்ப⁴வாய |
| प्रह्मण्याय | ப்ரஹ்மண்யாய |
| वरदाय नम: ४२० | வரதா³ய நம: 420 |
| नित्यायनम: | நித்யாய நம: |
| शूलिने | ஶூலினே |
| गुरुवराय हराय | கு³ருவராய ஹராய |
| मार्ताण्डाय | மார்தாண்டா³ய |
| पुण्डरीकाक्षाय | புண்ட³ரீகாக்ஷாய |
| लोकनायकविक्रमाय | லோகநாயக விக்ரமாய |
| मुकुन्दार्च्याय | முகுந்தா³ர்ச்யாய |
| वैद्यनाथाय | வைத்³யநாதா²ய |
| पुरन्दरवरप्रदाय | புரந்த³ரவரப்ரதா³ய |
| भाषाविहीनाय | பா⁴ஷாவிஹீனாய |
| पाषाज्ञाय | பாஷாஜ்ஞாய |
| विघ्नेशाय | விக்⁴னேஶாய |
| विघ्ननाशनाय | விக்⁴ன நாஶனாய |
| किन्नरेशाय | கின்னரேஶாய |
| बृहद्भानवे | ப்³ருʼஹத்³பா⁴னவே |
| श्रीनिवासाय | ஶ்ரீனிவாஸாய |
| कपालभृते | கபாலப்⁴ருʼதே |
| विजयाय | விஜயாய |
| भृतभावज्ञाय | ப்⁴ருʼதபா⁴வஜ்ஞாய |
| भीमसेनाय नम: ४४० | பீ⁴மஸேனாய நம: 440 |
Monday, January 19, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0401_0440
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment