सुरोत्तमाय नम: | ஸுரோத்தமாய நம: |
चित्रभानवे | சித்ரபா⁴னவே |
सदावैभवतत्पराय | ஸதா³வைப⁴வ தத்பராய |
सुहृद्ग्रेसराय | ஸுஹ்ருʼத்³ க்³ரேஸராய |
सिद्धज्ञानमुद्राय | ஸித்³த⁴ஜ்ஞான முத்³ராய |
गणाधिपाय | க³ணாதி⁴பாய |
आगमाय | ஆக³மாய |
चर्मवसनाय | சர்மவஸனாய |
वाञ्छितार्थफलप्रदाय | வாஞ்சி²தார்த² ப²லப்ரதா³ய |
अन्तर्हिताय | அந்தர் ஹிதாய |
असमानाय | அஸமானாய |
देवसिम्हासनाधिपाय | தே³வ ஸிம்ஹாஸனாதி⁴பாய |
विवादहन्त्रे | விவாத³ஹந்த்ரே |
सर्वात्मने | ஸர்வாத்மனே |
कालाय | காலாய |
कालविवर्जिताय | கால விவர்ஜிதாய |
विश्वातीताय | விஶ்வாதீதாய |
विश्वकर्त्रे | விஶ்வகர்த்ரே |
विश्वेशाय | விஶ்வேஶாய |
विश्वकारणाय नम: ६६० | விஶ்வகாரணாய நம: 660 |
योगिध्येयाय नम: | யோகி³ த்⁴யேயாய நம: |
योगनिष्टाय | யோக³ நிஷ்டாய |
योगात्मने | யோகா³த்மனே |
योगवित्तमाय | யோக³வித்தமாய |
ओङ्काररूपाय | ஓங்கார ரூபாய |
भगवते | ப⁴க³வதே |
बिन्दुनादमयाय शिवाय | பி³ந்து³நாத³மயாய ஶிவாய |
चतुर्मुखादीसम्स्तुत्याय | சதுர்முகா²தீ³ ஸம்ஸ்துத்யாய |
चतुर्वर्गफलप्रदाय | சதுர்வர்க³ ப²லப்ரதா³ய |
सह्याचलकुहावासिने | ஸஹ்யாசல குஹாவாஸினே |
साक्षान्मोक्षरसामृताय | ஸாக்ஷான்மோக்ஷ ரஸாம்ருʼதாய |
तक्षाध्वरसमुच्छेत्रे | தக்ஷாத்⁴வர ஸமுச்சே²த்ரே |
पक्षपातविवर्जिताय | பக்ஷபாத விவர்ஜிதாய |
ओङ्कारवाचकाय | ஓங்கார வாசகாய |
शम्भवे | ஶம்ப⁴வே |
शङ्कराय | ஶங்கராய |
शशिशीतलाय | ஶஶிஶீதலாய |
पङ्कजासनसम्सेव्याय | பங்கஜாஸன ஸம்ஸேவ்யாய |
किङ्करामरवत्सलाय | கிங்கராமரவத்ஸலாய |
नतदौभाग्यतूलाग्नये नम: ६८० | நததௌ³பா⁴க்³ய தூலாக்³னயே நம: 680 |
Tuesday, January 27, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0641_0680
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