चिन्मयाय नम: | சின்மயாய நம: |
तमस:पराय | தமஸ:பராய |
ज्ञानवैराग्यसम्पन्नाय | ஜ்ஞானவைராக்³யஸம்பன்னாய |
योगानन्दमयाय शिवाय | யோகா³னந்த³மயாய ஶிவாய |
शाश्वतैश्वर्यसम्पूर्णाय | ஶாஶ்வதைஶ்வர்யஸம்பூர்ணாய |
महायोगीश्वरेश्वराय | மஹாயோகீ³ஶ்வரேஶ்வராய |
सहस्रशक्तिसम्युक्ताय | ஸஹஸ்ரஶக்திஸம்யுக்தாய |
पुण्यकायाय | புண்யகாயாய |
तुरासदाय | துராஸதா³ய |
तारकब्रह्मसम्पूर्णाय | தாரகப்³ரஹ்மஸம்பூர்ணாய |
तपस्विजनसम्वृताय | தபஸ்விஜனஸம்வ்ருʼதாய |
विधीन्द्रामरसम्पूज्याय | விதீ⁴ந்த்³ராமரஸம்பூஜ்யாய |
ज्योतिषाम् ज्योतिषे | ஜ்யோதிஷாம் ஜ்யோதிஷே |
उत्तमाय | உத்தமாய |
निरक्षराय | நிரக்ஷராய |
निरालम्बाय | நிராலம்பா³ய |
स्वात्मारामाय | ஸ்வாத்மாராமாய |
विकर्तनाय | விகர்தனாய |
निरवद्याय | நிரவத்³யாய |
निरातङ्काय नम: ३०० | நிராதங்காய நம: 300 |
भीमाय नम: | பீ⁴மாய நம: |
भीमपराक्रमाय | பீ⁴மபராக்ரமாய |
वीरभद्राय | வீரப⁴த்³ராய |
पुरारातये | புராராதயே |
जलङ्धरशिरोहराय | ஜலங்த⁴ரஶிரோஹராய |
अन्धकासुरसम्हर्त्रे | அந்த⁴காஸுரஸம்ஹர்த்ரே |
भकनेत्रभिते | அகுண்டா²மேதஸே |
अद्भुताय | அத்³பு⁴தாய |
विश्वग्रासाय | விஶ்வக்³ராஸாய |
अधर्मशत्रवे | அத⁴ர்மஶத்ரவே |
ब्रह्मज्ञानैकमन्थराय | ப்³ரஹ்மஜ்ஞானைகமந்த²ராய |
अग्रेसराय | அக்³ரேஸராய |
तीर्थभूताय | தீர்த²பூ⁴தாய |
सितभस्मावकुण्ठनाय | ஸிதப⁴ஸ்மாவகுண்ட²னாய |
अकुण्ठमेतसे | அகுண்ட²மேதஸே |
श्रीकण्ठाय | ஶ்ரீகண்டா²ய |
वैकुण्ठपरमप्रियाय | வைகுண்ட²பரமப்ரியாய |
ललाटोज्ज्वलनेत्राब्जाय | லலாடோஜ்ஜ்வலநேத்ராப்³ஜாய |
तुषारकरशेखराय | துஷாரகரஶேக²ராய |
गजासुरशिरश्छेत्रे नम: ३२० | க³ஜாஸுரஶிரஶ்சே²த்ரே நம: 320 |
Tuesday, January 13, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0281_0320
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment