| नृत्तगीतकलाभिज्ञाय नम: | ந்ருʼத்த கீ³த கலாபி⁴ஜ்ஞாய நம: |
| कर्मविदे | கர்மவிதே³ |
| कर्ममोचकाय | கர்ம மோசகாய |
| कर्मसाक्षिणे | கர்ம ஸாக்ஷிணே |
| कर्ममयाय | கர்ம மயாய |
| कर्मणाम्फलप्रदाय | கர்மணாம் ப²லப்ரதா³ய |
| ज्ञानदात्रे | ஜ்ஞான தா³த்ரே |
| सदाचाराय | ஸதா³சாராய |
| सर्वोपद्रवमोचकाय | ஸர்வோபத்³ரவ மோசகாய |
| अनाथनाथाय | அனாத² நாதா²ய |
| भगवते | ப⁴க³வதே |
| आश्रितामरपादपाय | ஆஶ்ரிதாமரபாத³பாய |
| वरप्रदाय | வரப்ரதா³ய |
| प्रकाशात्मने | ப்ரகாஶாத்மனே |
| सर्वभूतहिते रताय | ஸர்வ பூ⁴தஹிதே ரதாய |
| व्याघ्रचर्मासनासीनाय | வ்யாக்⁴ர சர்மாஸனாஸீனாய |
| आदिकर्त्रे | ஆதி³கர்த்ரே |
| महेश्वराय | மஹேஶ்வராய |
| सुविक्रमाय | ஸுவிக்ரமாய |
| सर्वगताय नम:१४० | ஸர்வ க³தாய நம:140 |
| विशिष्टजनवत्सलाय नम: | விஶிஷ்டஜன வத்ஸலாய நம: |
| चिन्ताशोकप्रशमनाय | சிந்தாஶோக ப்ரஶமனாய |
| जकदानन्दकारकाय | ஜகதா³னந்த³ காரகாய |
| रश्मिमते | ரஶ்மிமதே |
| भुवनेशाय | பு⁴வனேஶாய |
| देवासुरसुपूजिताय | தே³வாஸுர ஸுபூஜிதாய |
| मृत्युञ्जयाय | ம்ருʼத்யுஞ்ஜயாய |
| व्योमकेशाय | வ்யோமகேஶாய |
| षट्त्रिम्शत्तत्वसङ्ग्रहाय | ஷட்த்ரிம்ஶத் தத்வ ஸங்க்³ரஹாய |
| अज्ञातसम्भवाय | அஜ்ஞாத ஸம்ப⁴வாய |
| भिक्षवे | பி⁴க்ஷவே |
| अद्वितीयाय | அத்³விதீயாய |
| दिगंबराय | தி³க³ம்ப³ராய |
| समस्तदेवतामूर्तये | ஸமஸ்த தே³வதா மூர்தயே |
| सोमसूर्याग्निलोचनाय | ஸோம ஸூர்யாக்³னி லோசனாய |
| सर्वसाम्राज्यनिपुणाय | ஸர்வ ஸாம்ராஜ்ய நிபுணாய |
| धर्ममार्गप्रवर्त्तकाय | த⁴ர்ம மார்க³ ப்ரவர்த்தகாய |
| विश्वाधिकाय | விஶ்வாதி⁴காய |
| पशुपतये | பஶுபதயே |
| पशुपाशविमोचकाय नम: १६० | பஶுபாஶ விமோசகாய நம: 160 |
Wednesday, January 7, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0121_0160
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