देवादिदेवाय नम: | தே³வாதி³ தே³வாய நம: |
देवर्षये | தே³வர்ஷயே |
देवासुरवरप्रदाय | தே³வாஸுர வரப்ரதா³ய |
सर्वदेवमयाय | ஸர்வதே³வ மயாய |
अचिन्त्याय | அசிந்த்யாய |
देवात्मने | தே³வாத்மனே |
आत्मसम्भवाय | ஆத்ம ஸம்ப⁴வாய |
निर्लेपाय | நிர்லேபாய |
निष्प्रपञ्चात्मने | நிஷ்ப்ரபஞ்சாத்மனே |
निर्विग्नाय | நிர்விக்³னாய |
विघ्ननाशकाय | விக்⁴ன நாஶகாய |
एकज्योतिषे | ஏக ஜ்யோதிஷே |
निरातङ्काय | நிராதங்காய |
व्याप्तमूर्त्तये | வ்யாப்த மூர்த்தயே |
अनाकुलाय | அனாகுலாய |
निरवद्यपदोपाध्ये | நிரவத்³யபதோ³பாத்⁴யே |
विद्याराशये | வித்³யாராஶயே |
अनुत्तमाय | அனுத்தமாய |
नित्यानन्दाय | நித்யானந்தா³ய |
सुराध्यक्षाय नम: ३८० | ஸுராத்⁴யக்ஷாய நம: 380 |
नि:सङ्कल्पाय नम: | நி:ஸங்கல்பாய நம: |
निरञ्जनाय | நிரஞ்ஜனாய |
निष्कलङ्काय | நிஷ்கலங்காய |
निराकाराय | நிராகாராய |
निष्प्रपञ्चाय | நிஷ்ப்ரபஞ்சாய |
निरामयाय | நிராமயாய |
विध्याधराय | வித்⁴யா த⁴ராய |
वियत्केशाय | வியத்கேஶாய |
मार्कण्डेयवरप्रदाय | மார்கண்டே³ய வரப்ரதா³ய |
भैरवाय | பை⁴ரவாய |
भैरवीनाथाय | பை⁴ரவீநாதா²ய |
कामदाय | காமதா³ய |
कमलासनाय | கமலாஸனாய |
वेदवेद्याय | வேத³வேத்³யாய |
सुरानन्दाय | ஸுரானந்தா³ய |
लसज्ज्योतिषे | லஸஜ்ஜ்யோதிஷே |
प्रभाकराय | ப்ரபா⁴கராய |
चूडामणये | சூடா³மணயே |
सुराधिशाय | ஸுராதி⁴ஶாய |
यज्ञगेयाय नम: ४०० | யஜ்ஞகே³யாய நம: 400 |
Friday, January 16, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0361_0400
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