क्षमारूपिणे नम: | க்ஷமாரூபிணே நம: |
तप्तचामीकरप्रभाय | தப்தசாமீகரப்ரபா⁴ய |
त्र्यम्बकाय | த்ர்யம்ப³காய |
वररुचये | வரருசயே |
देवदेवाय | தே³வ தே³வாய |
चतुर्भुजाय | சதுர்பு⁴ஜாய |
विश्वम्भराय | விஶ்வம்ப⁴ராய |
विचित्राङ्गाय | விசித்ராங்கா³ய |
विधात्रे | விதா⁴த்ரே |
पुरुषासनाय | புருஷாஸனாய |
सुब्रह्मण्याय | ஸுப்³ரஹ்மண்யாய |
जकत्स्वामिने | ஜகத் ஸ்வாமினே |
रोहिताक्षाय | ரோஹிதாக்ஷாய |
शिवोत्तमाय | ஶிவோத்தமாய |
नक्षत्रमालाभरणाय | நக்ஷத்ரமாலாப⁴ரணாய |
मघवते | மக⁴வதே |
अघनाशनाय | அக⁴நாஶனாய |
विधिकर्त्रे | விதி⁴கர்த்ரே |
विधानज्ञाय | விதா⁴னஜ்ஞாய |
प्रधानपुरुषेश्वराय नम: ५८० | ப்ரதா⁴ன புருஷேஶ்வராய நம: 580 |
चिन्तामणये नम: | சிந்தாமணயே நம: |
सुरगुरवे | ஸுரகு³ரவே |
ध्येयाय | த்⁴யேயாய |
नीराजनप्रियाय | நீராஜன ப்ரியாய |
गोविन्ताय | கோ³விந்தாய |
राजराजेशाय | ராஜராஜேஶாய |
बहुपुष्पार्चनप्रियाय | ப³ஹுபுஷ்பார்சன ப்ரியாய |
सर्वानन्दाय | ஸர்வானந்தா³ய |
दयारूपिणे | த³யாரூபிணே |
शैलजासुमनोहराय | ஶைலஜாஸு மனோஹராய |
सुविक्रमाय | ஸுவிக்ரமாய |
सर्वगताय | ஸர்வக³தாய |
हेतुसाधनवर्जिताय | ஹேதுஸாத⁴ன வர்ஜிதாய |
वृषाङ्काय | வ்ருʼஷாங்காய |
रमणीयाङ्गाय | ரமணீயாங்கா³ய |
सदङ्ग्रये | ஸத³ங்க்³ரயே |
सामपारकाय | ஸாமபாரகாய |
मन्त्रात्मने | மந்த்ராத்மனே |
कोटिकन्दर्पसौन्दर्यरसवारिधये | கோடி கந்த³ர்ப ஸௌந்த³ர்ய ரஸ வாரித⁴யே |
यज्ञेशाय नम: ६०० | யஜ்ஞேஶாய நம: 600 |
Friday, January 23, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி - 0561_0600
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