अनन्तानन्दसुखदाय नम: | அனந்தானந்த³ ஸுக²தா³ய நம: |
नन्दनाय | நந்த³னாய |
श्रीनिकेतनाय | ஶ்ரீநிகேதனாய |
अमृताब्धिकृतावासाय | அம்ருʼதாப்³தி⁴ க்ருʼதாவாஸாய |
नित्यक्लीबाय | நித்ய க்லீபா³ய |
निरामयाय | நிராமயாய |
अनपायाय | அனபாயாய |
अनन्तदृष्टये | அனந்த த்³ருʼஷ்டயே |
अप्रमेयाय | அப்ரமேயாய |
अजराय | அஜராய |
अमराय | அமராய |
तमोमोहप्रतिहतये | தமோமோஹ ப்ரதிஹதயே |
अप्रतर्क्याय | அப்ரதர்க்யாய |
अमृताय | அம்ருʼதாய |
अक्षराय | அக்ஷராய |
अमोघबुद्धये | அமோக⁴பு³த்³த⁴யே |
आधाराय | ஆதா⁴ராய |
आधाराधेयवर्जिताय | ஆதா⁴ராதே⁴ய வர்ஜிதாய |
ईषणात्रयनिर्मुक्ताय | ஈஷணாத்ரய நிர்முக்தாய |
इहामुत्रविवर्जिताय नम: ८६० | இஹாமுத்ர விவர்ஜிதாய நம: 860 |
ऋग्यजु:सामनयनाय नम: | ருʼக்³யஜு:ஸாம நயனாய நம: |
बुद्धिसिद्धिसमृद्धिदाय | பு³த்³தி⁴ஸித்³தி⁴ ஸம்ருʼத்³தி⁴தா³ய |
औदार्यनिधये | ஔதா³ர்ய நித⁴யே |
आपूर्णाय | ஆபூர்ணாய |
ऐहिकामुष्मिकप्रदाय | ஐஹிகாமுஷ்மிக ப்ரதா³ய |
शुद्धसन्मात्रसम्विदधि स्वरूपसुखविग्रहाय | ஶுத்³த⁴ஸன்மாத்ர ஸம்வித³தி⁴ ஸ்வரூபஸுக² விக்³ரஹாய |
दर्शनप्रथमाभासाय | த³ர்ஶன ப்ரத²மாபா⁴ஸாய |
दृष्टिदृश्यविवर्जिताय | த்³ருʼஷ்டித்³ருʼஶ்ய விவர்ஜிதாய |
अग्रगण्याय | அக்³ரக³ண்யாய |
अचिन्त्यरूपाय | அசிந்த்யரூபாய |
कलिकल्मषनाशनाय | கலிகல்மஷ நாஶனாய |
विमर्शरूपाय | விமர்ஶரூபாய |
विमलाय | விமலாய |
नित्यरूपाय | நித்யரூபாய |
निराश्रयाय | நிராஶ்ரயாய |
नित्यशुद्धाय | நித்யஶுத்³தா⁴ய |
नित्यबुद्धाय | நித்யபு³த்³தா⁴ய |
नित्यामुक्ताय | நித்யாமுக்தாய |
अपराकृताय | அபராக்ருʼதாய |
मैत्र्यादिवासनालभ्याय नम: ८८० | மைத்ர்யாதி³வாஸனா லப்⁴யாய நம: 880 |
Tuesday, February 3, 2015
ஸ்ரீ தக்ஷிணா மூர்த்தி ஸஹஸ்ர நாமாவளி 0841_0880
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