| पवित्रपाणये नमः | பவித்ரபாணயே நம: |
| प्रवराय | ப்ரவராய |
| प्रवृत्ते | ப்ரவ்ருʼத்தே |
| प्रवीणविविधभूत परिष्कृताय | ப்ரவீண விவித⁴ பூ⁴த பரிஷ்க்ருʼதாய |
| प्रवालशोणाधराय | ப்ரவாலஶோணாத⁴ராய |
| प्रवाहाय | ப்ரவாஹாய |
| प्रवाह्याय | ப்ரவாஹ்யாய |
| प्लवनाय | ப்லவனாய |
| पावकाय | பாவகாய |
| पावकाकृतये | பாவகாக்ருʼதயே |
| पावनाय | பாவனாய |
| पावाय | பாவாய |
| प्रावृडाकाराय | ப்ராவ்ருʼடா³காராய |
| प्रावृट्कालप्रवर्तकाय | ப்ராவ்ருʼட்கால ப்ரவர்தகாய |
| प्रावृट्कृते | ப்ராவ்ருʼட் க்ருʼதே |
| प्रावृण्मयाय | ப்ராவ்ருʼண்மயாய |
| प्रावृड्विनाशकाय | ப்ராவ்ருʼட்³ வினாஶகாய |
| प्रांशवे | ப்ராம்ʼஶவே |
| पशुनामकसकलादि भेदबन्ध त्रायात्मने | பஶுனாமக ஸகலாதி³ பே⁴த³ ப³ந்த⁴ த்ராயாத்மனே |
| पशुपतये नमः – ४१८० | பஶுபதயே நம: – 4180 |
| पशूपहाररसिकाय नमः | பஶூபஹாரரஸிகாய நம: |
| पशुमन्त्रौषधाय | பஶுமந்த்ரௌஷதா⁴ய |
| पश्चिमाय | பஶ்சிமாய |
| पशुघ्नाय | பஶுக்⁴னாய |
| पशुपाशणाशिने | பஶுபாஶ நாஶினே |
| पशुस्थाय | பஶுஸ்தா²ய |
| पाशाय | பாஶாய |
| पाशहराय | பாஶஹராய |
| पाशनामक सकलादिक्षित्यन्त ब्रह्मात्मने | பாஶனாமக ஸகலாதி³க்ஷித்யந்த ப்³ரஹ்மாத்மனே |
| पाशहस्ताय | பாஶஹஸ்தாய |
| पाशिने | பாஶினே |
| पाशमोचनाय | பாஶமோசனாய |
| पाशाङ्कुशाभय वरप्रद शूलपाणये | பாஶாங்குஶாப⁴ய வரப்ரத³ ஶூலபாணயே |
| पाशत्रिशूल खट्वाङ्ग कुरङ्गधराय | பாஶ த்ரிஶூல க²ட்வாங்க³ குரங்க³ த⁴ராய |
| प्रशस्ताय | ப்ரஶஸ்தாய |
| प्रशस्तचारुविग्रहाय | ப்ரஶஸ்த சாரு விக்³ரஹாய |
| प्रशान्ताय | ப்ரஶாந்தாய |
| प्रशान्तात्मने | ப்ரஶாந்தாத்மனே |
| प्रशान्तबुद्धये | ப்ரஶாந்த பு³த்³த⁴யே |
| प्राम्शुज्योतिषे नमः -४२०० | ப்ராம்ஶுஜ்யோதிஷே நம: -4200 |
டவுன்லோட்
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