| ऐकारस्य हरो देवता | पुरुषवश्यार्थे विनियोग: | ஐகாரஸ்ய ஹரோ தே³வதா | புருஷவஶ்யார்தே² வினியோக³: | 
| ऐक्यकारिणे नम: | ஐக்யகாரிணே நம: | 
| ऐन्द्रप्रियाय | ஐந்த்³ரப்ரியாய | 
| ऐं नम: | ஐம்ʼ நம: | 
| ऐं बीज जप तत्पराय | ஐம்ʼ பீ³ஜ ஜப தத்பராய | 
| ऐं शब्द परायणाय नम: - ९०४ | ஐம்ʼ ஶப்³த³ பராயணாய நம: - 904 | 
| ओकारस्य कुबेरो देवता | लोकवश्यार्थे विनियोग: | ஓகாரஸ்ய குபே³ரோ தே³வதா | லோகவஶ்யார்தே² வினியோக³: | 
| ओं ऐं ह्रीं श्रीं जपस्तुत्याय नम: | ஓம்ʼ ஐம்ʼ ஹ்ரீம்ʼ ஶ்ரீம்ʼ ஜபஸ்துத்யாய நம: | 
| ओं ह्रीं श्रीं बीजसाधकाय | ஓம்ʼ ஹ்ரீம்ʼ ஶ்ரீம்ʼ பீ³ஜஸாத⁴காய | 
| ओंकाराय | ஓங்காராய | 
| ओंकार रूपाय | ஓங்கார ரூபாய | 
| ओंकार रूपिणे | ஓங்கார ரூபிணே | 
| ओंकार निलयाय | ஓங்கார நிலயாய | 
| ओंकार बीजवते | ஓங்கார பீ³ஜவதே | 
| ओंकार सरोहंसाय | ஓங்கார ஸரோஹம்ʼஸாய | 
| ओंकार जपसुप्रीताय | ஓங்கார ஜபஸுப்ரீதாய | 
| ओंकार धात्रे | ஓங்கார தா⁴த்ரே | 
| ओंकार विष्णवे | ஓங்கார விஷ்ணவே | 
| ओंकार पदमध्यगाय | ஓங்கார பத³மத்⁴யகா³ய | 
| ओंकार मंत्रवाक्याय | ஓங்கார மந்த்ரவாக்யாய | 
| ओंकाराध्वर दक्षिणात्मने | ஓங்காராத்⁴வர த³க்ஷிணாத்மனே | 
| ओंकार वेदोपनिषदे - ९२० | ஓங்கார வேதோ³பனிஷதே³ - 920 | 
| ओंकार पदसौख्यदाय | ஓங்கார பத³ஸௌக்²யதா³ய | 
| ओंकार मूर्तये | ஓங்கார மூர்தயே | 
| ओंकार वेद्याय | ஓங்கார வேத்³யாய | 
| ओंकार भूषणाय | ஓங்கார பூ⁴ஷணாய | 
| ओंकारान्तर संस्थिताय | ஓங்காராந்தர ஸம்ʼஸ்தி²தாய | 
| ओंकार मञ्चशायिने | ஓங்கார மஞ்சஶாயினே | 
| ओंकार बीजाय | ஓங்கார பீ³ஜாய | 
| ओंकारपीठनिलयाय | ஓங்காரபீட² நிலயாய | 
| ओंकार नन्दनोद्यान कल्पकाय | ஓங்கார நந்த³னோத்³யான கல்பகாய | 
| ओंकार पीयूषर: कमलाय | ஓங்கார பீயூஷர: கமலாய | 
| ओंकार पद्मकान्तार कादम्बाय | ஓங்கார பத்³ம காந்தார காத³ம்பா³ய | 
| ओंकार पंजरक्रीडद्विहङ्गाय | ஓங்கார பஞ்ஜர க்ரீட³ த்³விஹங்கா³ய | 
| ओंकार गगनभ्राजद्भास्कराय | ஓங்கார க³க³ன ப்⁴ராஜத்³பா⁴ஸ்கராய | 
| ओंकाराद्रि गुहारत्न प्रदीपाय | ஓங்காராத்³ரி கு³ஹாரத்ன ப்ரதீ³பாய | 
| ओंकार मुक्ताभरण तरलाय | ஓங்கார முக்தாப⁴ரண தரலாய | 
| ओंकार विमलादर्श बिम्बिताय | ஓங்கார விமலா த³ர்ஶ பி³ம்பி³தாய | 
| ओंकार शुक्तिकामध्य मौक्तिकाय | ஓங்கார ஶுக்திகாமத்⁴ய மௌக்திகாய | 
| ओंकार सम्पुटसत् कर्पूराय | ஓங்கார ஸம்புடஸத் கர்பூராய | 
| ओंकार सर्वमांगल्याभरणाय | ஓங்கார ஸர்வ மாங்க³ல்யாப⁴ரணாய | 
| ओंकार दिव्य कुसुम सौरभ्याढ्याय - ९४० | ஓங்கார தி³வ்ய குஸும ஸௌரப்⁴யாட்⁴யாய - 940 | 
Monday, January 20, 2014
ஶிவன் 901 - 940
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
 
No comments:
Post a Comment