| सतां गतये नमः | ஸதாம்ʼ க³தயே நம: |
| सत्याय | ஸத்யாய |
| सत्यव्रताय | ஸத்யவ்ரதாய |
| सततस्तुताय | ஸததஸ்துதாய |
| सत्यज्ञानसुखाय | ஸத்யக்³ஞானஸுகா²ய |
| सत्यसंभाषाय | ஸத்யஸம்பா⁴ஷாய |
| सत्यवते | ஸத்யவதே |
| सत्यपराक्रमाय | ஸத்யபராக்ரமாய |
| सत्यधर्मपराक्रमाय | ஸத்யத⁴ர்மபராக்ரமாய |
| सत्यधर्मपरायणाय | ஸத்யத⁴ர்மபராயணாய |
| सत्यकीर्तये | ஸத்யகீர்தயே |
| सत्यसंकल्पाय | ஸத்யஸங்கல்பாய |
| सत्यवेधसे | ஸத்யவேத⁴ஸே |
| सत्यवाचे | ஸத்யவாசே |
| सत्यव्रतार्थसंतुष्टाय | ஸத்யவ்ரதார்த² ஸந்துஷ்டாய |
| सत्यरूपिणे | ஸத்யரூபிணே |
| सत्यादिगुणसंभवाय | ஸத்யாதி³கு³ண ஸம்ப⁴வாய |
| सत्यधिये | ஸத்யதி⁴யே |
| सत्यपदाय | ஸத்யபதா³ய |
| सत्यसंधाय नमः – ८७४० | ஸத்யஸந்தா⁴ய நம: – 8740 |
| सत्येषाय नमः | ஸத்யேஷாய நம: |
| सत्यचारित्रलक्षणाय | ஸத்யசாரித்ரலக்ஷணாய |
| सत्यप्रत्ययाय | ஸத்யப்ரத்யயாய |
| सत्यज्ञानप्रबोधिने | ஸத்யஜ்ஞான ப்ரபோ³தி⁴னே |
| सत्यलोकनिवासिने | ஸத்யலோக நிவாஸினே |
| सत्वादीपञ्चमन्त्रात्मकमन्त्राध्वने | ஸத்வாதீ³ பஞ்சமந்த்ராத்மக மந்த்ரா த்⁴வனே |
| सत्यकीर्तिस्तंभकृतागमाय | ஸத்ய கீர்திஸ்தம்ப⁴ க்ருʼதாக³மாய |
| सत्यव्रतमहात्यागिने | ஸத்யவ்ரத மஹா த்யாகி³னே |
| सत्यसंगराय | ஸத்யஸங்க³ராய |
| सत्यवित्तमाय | ஸத்யவித்தமாய |
| सत्यवाक्याय | ஸத்யவாக்யாய |
| सत्यचित्स्वभावाय | ஸத்யசித் ஸ்வபா⁴வாய |
| सत्यज्ञानसुखात्मकाय | ஸத்யஜ்ஞான ஸுகா²த்மகாய |
| सत्यज्ञानानन्दमयाय | ஸத்ய ஜ்ஞானானந்த³ மயாய |
| सत्यधर्मिणे | ஸத்யத⁴ர்மிணே |
| सत्यप्रियाय | ஸத்யப்ரியாய |
| सत्यप्रतिज्ञाय | ஸத்யப்ரதிஜ்ஞாய |
| सत्यासत्याय | ஸத்யாஸத்யாய |
| सत्यलिङ्गाय | ஸத்யலிங்கா³ய |
| सत्यवादिने नमः – ८७६० | ஸத்யவாதி³னே நம: – 8760 |
Friday, October 31, 2014
ஶிவம் - 8721_8760
Thursday, October 30, 2014
ஶிவம் - 8681_8720
| सृगालरूपाय नमः | ஸ்ருʼகா³லரூபாய நம: |
| संघुनिशाय | ஸங்கு⁴னிஶாய |
| सुघोराय | ஸுகோ⁴ராய |
| सुघोषाय | ஸுகோ⁴ஷாய |
| सच्चिदानन्दमूर्तये | ஸச்சிதா³னந்த³ மூர்தயே |
| सच्चिदानन्दसिन्धवे | ஸச்சிதா³னந்த³ ஸிந்த⁴வே |
| सच्चिदानन्दसंपूर्णस्वरूपाय | ஸச்சிதா³னந்த³ ஸம்பூர்ண ஸ்வரூபாய |
| संचितपापविनाशलिङ्गाय | ஸஞ்சிதபாப வினாஶ லிங்கா³ய |
| संचितपापौघतिमिरसंहरनाय | ஸஞ்சித பாபௌக⁴திமிர ஸம்ʼஹரனாய |
| संचाराय | ஸஞ்சாராய |
| सुचरित्राय | ஸுசரித்ராய |
| सुचक्षुषे | ஸுசக்ஷுஷே |
| सुचित्राय | ஸுசித்ராய |
| सुचारुकेशाय | ஸுசாருகேஶாய |
| स्वच्छाय | ஸ்வச்சா²ய |
| स्वच्छन्दभैरवाय | ஸ்வச்ச²ந்த³ பை⁴ரவாய |
| स्वच्छन्दाय | ஸ்வச்ச²ந்தா³ய |
| स्वेच्छामन्त्रस्वरूपाय | ஸ்வேச்சா² மந்த்ர ஸ்வரூபாய |
| सज्जनाय | ஸஜ்ஜனாய |
| सज्जनानुरागाय नमः - ८७०० | ஸஜ்ஜனானு ராகா³ய நம: - 8700 |
| सज्यकार्मुकहस्ताय नमः | ஸஜ்யகார்முகஹஸ்தாய நம: |
| सज्जनपरिपालकाय | ஸஜ்ஜனபரிபாலகாய |
| सज्जनाश्रयाय | ஸஜ்ஜனாஶ்ரயாய |
| सज्जनपूज्याय | ஸஜ்ஜனபூஜ்யாய |
| सज्जनपोषणाय | ஸஜ்ஜனபோஷணாய |
| सज्जनानुरागाय | ஸஜ்ஜனானுராகா³ய |
| सज्जनपालनाय | ஸஜ்ஜனபாலனாய |
| सुजङ्घाय | ஸுஜங்கா⁴ய |
| सुजातानन्तमहिम्ने | ஸுஜாதானந்தமஹிம்னே |
| सुज्ञेयाय | ஸுஜ்ஞேயாய |
| सौजन्यनिलयाय | ஸௌஜன்யநிலயாய |
| स्फटिकधवलांगाय | ஸ்ப²டிகத⁴வலாங்கா³ய |
| स्फटिकचारुमूर्तये | ஸ்ப²டிகசாருமூர்தயே |
| स्फटिकमालालङ्कृतवक्षसे | ஸ்ப²டிக மாலாலங்க்ருʼத வக்ஷஸே |
| स्फटिकजपमालाहस्ताय | ஸ்ப²டிக ஜபமாலா ஹஸ்தாய |
| सटापटलभूमिताय | ஸடாபடலபூ⁴மிதாய |
| स्थाणवे | ஸ்தா²ணவே |
| स्थाणुरूपाय | ஸ்தா²ணுரூபாய |
| स्त्रीणाम्गिरिजाय | ஸ்த்ரீணாம்கி³ரிஜாய |
| स्त्रैणस्त्रौम्याय नमः -८७२० | ஸ்த்ரைணஸ்த்ரௌம்யாய நம: -8720 |
Wednesday, October 29, 2014
ஶிவம் - 8641_8680
| साङ्ख्याय नमः | ஸாங்க்²யாய நம: |
| साङ्ख्ययोगाय | ஸாங்க்²ய யோகா³ய |
| साङ्ख्यानां पुरुषात्मने | ஸாங்க்²யானாம்ʼ புருஷாத்மனே |
| साङ्ख्यस्य प्रभवे | ஸாங்க்²யஸ்ய ப்ரப⁴வே |
| सुखकराय | ஸுக²கராய |
| सुखप्रदाय | ஸுக²ப்ரதா³ய |
| सुखदुःखविवर्जिताय | ஸுக²து³:க² விவர்ஜிதாய |
| सुखसंस्थाय | ஸுக²ஸம்ʼஸ்தா²ய |
| सुखनिधये | ஸுக²நித⁴யே |
| सुखप्राप्त्येकहेतवे | ஸுக²ப்ராப்த்யேக ஹேதவே |
| सुखभावाय | ஸுக²பா⁴வாய |
| सुखाधाराय | ஸுகா²தா⁴ராய |
| सुखासक्ताय | ஸுகா²ஸக்தாய |
| सुखासनाय | ஸுகா²ஸனாய |
| सुखाजाताय | ஸுகா²ஜாதாய |
| सुखासनादिपञ्चमूर्तिप्रतिपादकोर्ध्ववदनाय | ஸுகா²ஸனாதி³ பஞ்ச மூர்தி ப்ரதிபாத³கோர்த்⁴வ வத³னாய |
| सौख्यस्य प्रभवे | ஸௌக்²யஸ்ய ப்ரப⁴வே |
| सौख्यप्रदाय | ஸௌக்²யப்ரதா³ய |
| सगणाय | ஸக³ணாய |
| सगरतनूजन्मसुकृतप्लाविजटाय नमः – ८६६० | ஸக³ர தனூ ஜன்ம ஸுக்ருʼதப்லாவிஜடாய நம: – 8660 |
| सगुणनिर्गुणाय नमः | ஸகு³ண நிர்கு³ணாய நம: |
| सगुणाय | ஸகு³ணாய |
| संग्रहीत्रुभ्यो | ஸங்க்³ரஹீத்ருப்⁴யோ |
| संग्रहाय | ஸங்க்³ரஹாய |
| संग्रामविधिपूजिताय | ஸங்க்³ராம விதி⁴ பூஜிதாய |
| स्वङ्गाय | ஸ்வங்கா³ய |
| साङ्गवेदतुरङ्गोत्थहेषाक्लुप्तात्मने | ஸாங்க³வேத³ துரங்கோ³த்த² ஹேஷாக்லுப்தாத்மனே |
| सुगुणाय | ஸுகு³ணாய |
| सुगुणाकराय | ஸுகு³ணாகராய |
| सुगंधिदेहाय | ஸுக³ந்தி⁴தே³ஹாய |
| सुगण्डमण्डलस्फुरत्प्रभाजितामृतांशवे | ஸுக³ண்ட³ மண்ட³ல ஸ்பு²ரத் ப்ரபா⁴ஜிதாம்ருʼதாம்'ஶவே |
| सुगताय | ஸுக³தாய |
| सुगन्धाराय | ஸுக³ந்தா⁴ராய |
| सुगतीश्वराय | ஸுக³தீஶ்வராய |
| सुगन्धये | ஸுக³ந்த⁴யே |
| सुगुणार्णवाय | ஸுகு³ணார்ணவாய |
| सुगण्डाय | ஸுக³ண்டா³ய |
| सुगीतिगायते | ஸுகீ³தி கா³யதே |
| सुग्रीवाय | ஸுக்³ரீவாய |
| सौगतानां विज्ञानाय नमः – ८६८० | ஸௌக³தானாம்ʼ விஜ்ஞானாய நம: – 8680 |
Monday, October 27, 2014
ஶிவம் - 8601_8640
ம்
| सकलजनगेयाय नमः | ஸகலஜனகே³யாய நம: |
| सकलसुरनुताय | ஸகல ஸுரனுதாய |
| सकललौकैकपालकाय | ஸகல லௌகைக பாலகாய |
| सकलभुवनबन्धवे | ஸகல பு⁴வன ப³ந்த⁴வே |
| सकलाम्नायान्तसंचारिणे | ஸகலாம்நாயாந்த ஸஞ்சாரிணே |
| सकलेश्वराय | ஸகலேஶ்வராய |
| सकलेष्टदाय | ஸகலேஷ்டதா³ய |
| सकलेप्सितदात्रे | ஸகலேப்ஸித தா³த்ரே |
| सकृत्प्रणतसंसारमहासागरतारकाय | ஸக்ருʼத் ப்ரணத ஸம்ʼஸார மஹா ஸாக³ர தாரகாய |
| सकृत्प्रपन्नदौर्भाग्यच्छेदकाय | ஸக்ருʼத் ப்ரபன்ன தௌ³ர்பா⁴க்³ய ச்சே²த³காய |
| सकामारये | ஸகாமாரயே |
| सक्ताय | ஸக்தாய |
| संकल्पाय | ஸங்கல்பாய |
| संकर्षणाय | ஸங்கர்ஷணாய |
| संकुकुमविलेपनाय | ஸங்குகும விலேபனாய |
| संकेतकुलपालिने | ஸங்கேத குல பாலினே |
| संकीर्णमन्दिरस्थाय | ஸங்கீர்ண மந்தி³ரஸ்தா²ய |
| साकेतपुरवासिने | ஸாகேதபுர வாஸினே |
| सिकत्याय | ஸிகத்யாய |
| सुकराय नमः – ८६२० | ஸுகராய நம: – 8620 |
| सुकपोलाय नमः | ஸுகபோலாய நம: |
| सुकन्याय | ஸுகன்யாய |
| सुकन्धराय | ஸுகந்த⁴ராய |
| सुकण्ठाय | ஸுகண்டா²ய |
| सुकान्तये | ஸுகாந்தயே |
| सुकीर्तये | ஸுகீர்தயே |
| सुकेशाय | ஸுகேஶாய |
| सुकुमाराय | ஸுகுமாராய |
| सुकुमारमहापापहराय | ஸுகுமார மஹா பாப ஹராய |
| सुकलितहालाहलाय | ஸுகலித ஹாலாஹலாய |
| सुकविविनुताय | ஸுகவிவினுதாய |
| सुकोमलपादपद्माय | ஸுகோமல பாத³ பத்³மாய |
| सुकृतराशये | ஸுக்ருʼதராஶயே |
| सृकाविभ्यो | ஸ்ருʼகாவிப்⁴யோ |
| सूक्तानांपौरुषसूक्ताय | ஸூக்தானாம் பௌருஷ ஸூக்தாய |
| सैकताश्रायाय | ஸைகதாஶ்ராயாய |
| सख्ये | ஸக்²யே |
| संख्यायाःप्रभवे | ஸங்க்²யாயா: ப்ரப⁴வே |
| संख्यासमापनाय | ஸங்க்²யா ஸமாபனாய |
| साङ्ख्यप्रदाय नमः -८६४० | ஸாங்க்²ய ப்ரதா³ய நம: -8640 |
Friday, October 24, 2014
ஶிவம் - 8561_8600
| षोडशस्वरमात्रुकाय नमः | ஷோட³ஶஸ்வரமாத்ருகாய நம: |
| षोडशाब्दवयोयुक्तदिव्याङ्गाय | ஷோட³ஶாப்³த³ வயோயுக்த தி³வ்யாங்கா³ய |
| षोडशाधारनिलयाय | ஷோட³ஶாதா⁴ர நிலயாய |
| षोडशात्मस्वरूपाय | ஷோட³ஶாத்ம ஸ்வரூபாய |
| षोडशाब्दकलावासाय | ஷோட³ஶாப்³த³ கலாவாஸாய |
| षोडशीकृतवज्राङ्गाय | ஷோட³ஶீ க்ருʼத வஜ்ராங்கா³ய |
| षोडशेन्दुकालात्मकाय | ஷோட³ஶேந்து³ காலாத்மகாய |
| षोढान्यासमनाय | ஷோடா⁴ன்யா ஸமனாய |
| षण्मुखाय | ஷண்முகா²ய |
| षण्मुखप्रीताय | ஷண்முக²ப்ரீதாய |
| षण्मुखजनकाय | ஷண்முக²ஜனகாய |
| षण्वामपादनूपुराय | ஷண்வாமபாத³ நூபுராய |
| षष्टाय | ஷஷ்டாய |
| षष्टिबालाय | ஷஷ்டிபா³லாய |
| षष्टिदाय | ஷஷ்டிதா³ய |
| षष्टिभागाय | ஷஷ்டிபா⁴கா³ய |
| षष्टिजपपरायणाय | ஷஷ்டிஜபபராயணாய |
| षष्टिनाथाय | ஷஷ்டி நாதா²ய |
| षष्टिदोषहराय नमः – ८५७९ | ஷஷ்டிதோ³ஷஹராய நம: – 8579 |
| सकारस्य सरस्वती देवता | वाक्सिद्धौ विनियोगः | | ஸகாரஸ்ய ஸரஸ்வதீ தே³வதா வாக்ஸித்³தௌ⁴ வினியோக³: |
| सकाररूपाय नमः | ஸகாரரூபாய நம: |
| सकलाय नम | ஸகலாய நம |
| सकलाधाराय | ஸகலாதா⁴ராய |
| सकलागमपारगाय | ஸகலாக³ம பாரகா³ய |
| सकलतत्वात्मकाय | ஸகல தத்வாத்மகாய |
| सकललोकैककर्त्रे | ஸகலலோகைக கர்த்ரே |
| सकललोकैकसंहर्त्रे | ஸகலலோகைக ஸம்ʼஹர்த்ரே |
| सकललोकैकगुरवे | ஸகலலோகைக கு³ரவே |
| सकललोकैकसाक्षिने | ஸகலலோகைக ஸாக்ஷினே |
| सकलनिगमगुह्याय | ஸகலநிக³ம கு³ஹ்யாய |
| सकलदेवान्ततारकाय | ஸகல தே³வாந்த தாரகாய |
| सकललोकैकशङ्कराय | ஸகலலோகைக ஶங்கராய |
| सकलनिष्कलाय | ஸகல நிஷ்கலாய |
| सकलागममस्तकेषु संगोषितात्मविभावाय | ஸகலாக³ம மஸ்தகேஷு ஸங்கோ³ஷிதாத்ம விபா⁴வாய |
| सकलदुःखमूलहन्त्रे | ஸகல து³:க² மூலஹந்த்ரே |
| सकलाम्नायान्तवेद्याय | ஸகலாம் நாயாந்தவேத்³யாய |
| सकलकल्याणदाय | ஸகலகல்யாணதா³ய |
| सकलाघसंघनिबर्हणाय | ஸகலாக⁴ஸங்க⁴ நிப³ர்ஹணாய |
| सकलभुवनभूतभाविताय | ஸகல பு⁴வன பூ⁴த பா⁴விதாய |
| सकलस्थमतये | ஸகலஸ்த²மதயே |
| सकलमौनीज्ञेयाय नमः – ८६०० | ஸகலமௌனீஜ்ஞேயாய நம: – 8600 |
Thursday, October 23, 2014
ஶிவம் - 8521_8560
| शिक्षिताखिलकामादिघातकाय नमः | ஶிக்ஷிதாகி²ல காமாதி³ கா⁴தகாய நம: |
| शिक्षितान्धकदैतेय विक्रमाय नमः – ८५२२ | ஶிக்ஷிதாந்த⁴க தை³தேய விக்ரமாய நம: – 8522 |
| षकारस्य सूर्यो देवता धर्मकामार्थसिद्धौ विनियोगः | ஷகாரஸ்ய ஸூர்யோ தே³வதா த⁴ர்ம காமார்த² ஸித்³தௌ⁴ வினியோக³: |
| षट्काराय नमः | ஷட்காராய நம: |
| षट्कोणपीठमध्यस्थाय | ஷட்கோணபீட² மத்⁴யஸ்தா²ய |
| षट्कृत्तिकासमाजस्थाय | ஷட்க்ருʼத்திகாஸமாஜஸ்தா²ய |
| षट्कोटितीर्थचर्याय | ஷட்கோடி தீர்த² சர்யாய |
| षट्चक्राय | ஷட்சக்ராய |
| षट्चक्राय | ஷட்சக்ராய |
| षट्चक्रफणिभूषणाय | ஷட்சக்ரப²ணி பூ⁴ஷணாய |
| षट्चक्रभेदनाय | ஷட்சக்ர பே⁴த³னாய |
| षट्छक्तिपरिवारिताय | ஷட்ச²க்தி பரிவாரிதாய |
| षट्छास्त्रार्थतत्वविहे | ஷட்சா²ஸ்த்ரார்த² தத்வவிஹே |
| षडध्वयागतत्पराय | ஷட³த்⁴வயாக³ தத்பராய |
| षड्ऋथुकुसुमस्रग्विने | ஷட்³ருʼது² குஸும ஸ்ரக்³வினே |
| षड्वर्गाय | ஷட்³வர்கா³ய |
| षडक्षराय | ஷட³க்ஷராய |
| षड्गुणाय | ஷட்³கு³ணாய |
| षडाधाराय | ஷடா³தா⁴ராய |
| षड्विधात्मने | ஷட்³விதா⁴த்மனே |
| षडाम्नायरहस्यज्ञाय | ஷடா³ம்னாய ரஹஸ்யஜ்ஞாய |
| षडङ्गुलमहाह्रुतयाय नमः -८५४० | ஷட³ங்கு³ல மஹா ஹ்ருதயாய நம: -8540 |
| षडध्वध्वान्तविध्वंसिने नमः | ஷட³த்⁴வத்⁴வாந்த வித்⁴வம்ʼஸினே நம: |
| षडात्मिकाय | ஷடா³த்மிகாய |
| षडाननपित्रे | ஷடா³னனபித்ரே |
| षड्विधाकाराय | ஷட்³விதா⁴காராய |
| षडाधारनिवासकाय | ஷடா³தா⁴ர நிவாஸகாய |
| षडाधारादिदैवताय | ஷடா³தா⁴ராதி³ தை³வதாய |
| षडूर्मिरहिताय | ஷடூ³ர்மிரஹிதாய |
| षडूर्मिभयभेदकाय | ஷடூ³ர்மி ப⁴யபே⁴த³காய |
| षड्विकाररहिताय | ஷட்³விகார ரஹிதாய |
| षड्विम्शकाय | ஷட்³விம்ஶகாய |
| षडैश्वर्यफलप्रदाय | ஷடை³ஶ்வர்ய ப²ல ப்ரதா³ய |
| षड्वैरिवर्गविध्वंसिने | ஷட்³வைரி வர்க³ வித்⁴வம்ʼஸினே |
| षड्भूमये | ஷட்³பூ⁴மயே |
| षडध्वात्मने | ஷட³த்⁴வாத்மனே |
| षडङ्गाङ्गाय | ஷட³ங்கா³ங்கா³ய |
| षडङ्गादिपदक्रमाय | ஷட³ங்கா³தி³பத³க்ரமாய |
| षडङ्गात्मने | ஷட³ங்கா³த்மனே |
| षण्डाय | ஶண்டா³ய |
| षडक्षरात्मने | ஷட³க்ஷராத்மனே |
| षड्ग्रन्थिभेदिने नमः – ८५६० | ஷட்³க்³ரந்தி² பே⁴தி³னே நம: – 8560 |
Wednesday, October 22, 2014
ஶிவம் - 8481_8520
| शिशुपालविपक्षेन्द्राय नमः | ஶிஶுபாலவிபக்ஷேந்த்³ராய நம: |
| शिशुत्वादिनिर्मुक्ताय | ஶிஶுத்வாதி³ நிர்முக்தாய |
| श्रीशाय | ஶ்ரீஶாய |
| श्रीशैलपतये | ஶ்ரீஶைலபதயே |
| श्रीशैले मल्लिकार्जुनाय | ஶ்ரீஶைலே மல்லிகார்ஜுனாய |
| श्रीशैलवासाय | ஶ்ரீஶைலவாஸாய |
| श्रीषिरर्तुप्रवर्तकाय | ஶ்ரீஷிரர்து ப்ரவர்தகாய |
| शष्प्याय | ஶஷ்ப்யாய |
| शुष्क्याय | ஶுஷ்க்யாய |
| शिष्टेष्टदाय | ஶிஷ்டேஷ்டதா³ய |
| शिष्टाय | ஶிஷ்டாய |
| शिष्टाराध्याय | ஶிஷ்டாராத்⁴யாய |
| शिष्टाचारप्रवर्शकाय | ஶிஷ்டாசார ப்ரதர்ஷகாய |
| शिष्टपोषणतत्पराय | ஶிஷ்டபோஷண தத்பராய |
| शिष्टाभिलक्ष्याय | ஶிஷ்டாபி⁴ லக்ஷ்யாய |
| शिष्टाचारप्रियाय | ஶிஷ்டாசாரப்ரியாய |
| शिष्टपूज्याय | ஶிஷ்டபூஜ்யாய |
| शिष्यान्तरनिवासाय | ஶிஷ்யாந்தர நிவாஸாய |
| शिष्यानामकज्ञात्रात्मने | ஶிஷ்யா நாமக ஜ்ஞாத்ராத்மனே |
| शेषस्तुत्याय नमः – ८५०० | ஶேஷ ஸ்துத்யாய நம: – 8500 |
| शेषवासुकीसंसेव्याय नमः | ஶேஷவாஸுகீ ஸம்ʼஸேவ்யாய நம: |
| शेषदेवादिपुरुषाय | ஶேஷ தே³வாதி³ புருஷாய |
| शेष्यशेषकलात्रयाय | ஶேஷ்யஶேஷ கலாத்ரயாய |
| शेषसंज्ञिताय | ஶேஷ ஸஞ்ஜ்ஞிதாய |
| श्रेष्ठाय | ஶ்ரேஷ்டா²ய |
| शस्त्राय | ஶஸ்த்ராய |
| शस्त्रहारिने | ஶஸ்த்ரஹாரினே |
| शस्त्रभृतां रामाय | ஶஸ்த்ர ப்⁴ரு'தாம்ʼ ராமாய |
| श्वसते | ஶ்வஸதே |
| शास्त्राय | ஶாஸ்த்ராய |
| शास्त्रे | ஶாஸ்த்ரே |
| शास्त्रकराय | ஶாஸ்த்ரகராய |
| शास्त्रवित्तमाय | ஶாஸ்த்ரவித்தமாய |
| शास्त्रनेत्राय | ஶாஸ்த்ர நேத்ராய |
| शास्त्रसंवेद्याय | ஶாஸ்த்ரஸம்ʼவேத்³யாய |
| शास्त्रतत्वज्ञाय | ஶாஸ்த்ர தத்வஜ்ஞாய |
| श्रीसौम्यलक्षणाय | ஶ்ரீஸௌம்ய லக்ஷணாய |
| श्रीहालास्यनिवासिने | ஶ்ரீஹாலாஸ்ய நிவாஸினே |
| शाक्षरवामबाहवे | ஶாக்ஷர வாம பா³ஹவே |
| शिक्षितदानवाय नमः | ஶிக்ஷித தா³னவாய நம: |
அனைவருக்கும் தீபாவளி வாழ்த்துகள்!
Tuesday, October 21, 2014
ஶிவம் - 8441_8480
| शैवलीलाय नमः | ஶைவலீலாய நம: |
| शैवानां शिवरूपिणे | ஶைவானாம்ʼ ஶிவரூபிணே |
| शिवंकरनिजानंदसंपूर्णाय | ஶிவங்கர நிஜானந்த³ ஸம்பூர்ணாய |
| शशधरशेखराय | ஶஶத⁴ர ஶேக²ராய |
| शशाङ्कशेखराय | ஶஶாங்கஶேக²ராய |
| शशाङ्कार्धमौलये | ஶஶாங்கார்த⁴மௌலயே |
| शशाङ्काय | ஶஶாங்காய |
| शशिकोटिकान्तिजालाय | ஶஶி கோடி காந்தி ஜாலாய |
| शशिखण्डशेखराय | ஶஶிக²ண்ட³ஶேக²ராய |
| शशिकलाभास्वत्किरीटज्वलाय | ஶஶிகலா பா⁴ஸ்வத் கிரீட ஜ்வலாய |
| शशिशिखण्डिने | ஶஶி ஶிக²ண்டி³னே |
| शशिप्रभाय | ஶஶிப்ரபா⁴ய |
| शशिबिन्दवे | ஶஶிபி³ந்த³வே |
| शशिखण्डमौलये | ஶஶிக²ண்ட³மௌலயே |
| शशिखण्डशिखण्डमण्डनाय | ஶஶிக²ண்ட³ஶிக²ண்ட³மண்ட³னாய |
| शशिखण्डमण्डनाय | ஶஶிக²ண்ட³மண்ட³னாய |
| श्मशानवासिने | ஶ்மஶானவாஸினே |
| श्मशाननिलयाय | ஶ்மஶான நிலயாய |
| श्मशानाय | ஶ்மஶானாய |
| श्मशानरतिनित्याय नमः – ८४६० | ஶ்மஶானரதி நித்யாய நம: – 8460 |
| श्मश्रुकर्षणाय नमः | ஶ்மஶ்ரு கர்ஷணாய நம: |
| शस्वद्बहिर्भूतनिरस्तपरिच्छेदकाय | ஶஸ்வத்³ ப³ஹிர்பூ⁴த நிரஸ்த பரிச்சே²த³காய |
| शाश्वत्प्रसन्नवदनाय | ஶாஶ்வத் ப்ரஸன்ன வத³னாய |
| शशाङ्काङ्कितशेखराय | ஶஶாங்காங்கித ஶேக²ராய |
| शाश्वताय | ஶாஶ்வதாய |
| शाश्वताकाराय | ஶாஶ்வதாகாராய |
| शाश्वतैश्वर्यविभवसंयुताय | ஶாஶ்வதைஶ்வர்ய விப⁴வ ஸம்ʼயுதாய |
| शाश्वतनिजाभासाय | ஶாஶ்வத நிஜாபா⁴ஸாய |
| शास्वतैश्वर्याय | ஶாஸ்வதைஶ்வர்யாய |
| शास्वतैश्वर्यविभवाय | ஶாஸ்வதைஶ்வர்ய விப⁴வாய |
| शास्वतस्थानवासिने | ஶாஸ்வத ஸ்தா²னவாஸினே |
| शास्वतिकालयाय | ஶாஸ்வதிகாலயாய |
| शास्वतधर्मगोप्त्रे | ஶாஸ்வத த⁴ர்மகோ³ப்த்ரே |
| शास्वतिकाकाराय | ஶாஸ்வதிகாகாராய |
| शाश्वतैश्वर्यबंधुराय | ஶாஶ்வதைஶ்வர்ய ப³ந்து⁴ராய |
| शिशिरात्मकाय | ஶிஶிராத்மகாய |
| शिशिराय | ஶிஶிராய |
| शिशवे | ஶிஶவே |
| शिशिराम्शुकरोल्लासिकिरीटाय | ஶிஶிராம்ஶுகரோல்லாஸி கிரீடாய |
| शिशिरांशुकलाधराय नमः – ८४८० | ஶிஶிராம்ʼஶுகலா த⁴ராய நம: – 8480 |
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