शब्दस्पर्शस्वरूपाय नमः | ஶப்³த³ ஸ்பர்ஶ ஸ்வரூபாய நம: |
शब्दगोचराय | ஶப்³த³கோ³சராய |
शब्दस्पर्शरसगन्धसाधकाय | ஶப்³த³ ஸ்பர்ஶ ரஸ க³ந்த⁴ ஸாத⁴காய |
शब्दपतये | ஶப்³த³பதயே |
शब्दातिकाय | ஶப்³தா³திகாய |
शब्दब्रह्मप्रतिष्टिताय | ஶப்³த³ ப்³ரஹ்ம ப்ரதிஷ்டிதாய |
शब्दातीताय | ஶப்³தா³தீதாய |
शब्दात्मकाय | ஶப்³தா³த்மகாய |
शब्दब्रह्मैकपारगाय | ஶப்³த³ ப்³ரஹ்மைக பாரகா³ய |
शिबिकास्यादिदायकाय | ஶிபி³காஸ்யாதி³ தா³யகாய |
शंबरारिनिकृन्तनाय | ஶம்ப³ராரி நிக்ருʼந்தனாய |
शंबरान्तकवैरिणे | ஶம்ப³ராந்தக வைரிணே |
शम्बराय | ஶம்ப³ராய |
श्रीबीजजपसंतुष्टाय | ஶ்ரீபீ³ஜ ஜபஸந்துஷ்டாய |
शुभाय | ஶுபா⁴ய |
शुभावहाय | ஶுபா⁴வஹாய |
शुभप्रदाय | ஶுப⁴ப்ரதா³ய |
शुभेक्षणाय | ஶுபே⁴க்ஷணாய |
शुभलक्षणाय | ஶுப⁴லக்ஷணாய |
शुभाङ्गाय नमः – ८२६० | ஶுபா⁴ங்கா³ய நம: – 8260 |
शुभानन्दाय नमः | ஶுபா⁴னந்தா³ய நம: |
शुभाक्षाय | ஶுபா⁴க்ஷாய |
शुभवदान्याय | ஶுப⁴வதா³ன்யாய |
शुभाभीष्टप्रदाय | ஶுபா⁴பீ⁴ஷ்ட ப்ரதா³ய |
शुभङ्कराय | ஶுப⁴ங்கராய |
शुभलक्षणलक्षिताय | ஶுப⁴லக்ஷண லக்ஷிதாய |
शुभनांने | ஶுப⁴ நாம்ʼனே |
शुभसंपदां दात्रे | ஶுப⁴ஸம்பதா³ம்ʼ தா³த்ரே |
शुभरूपाय | ஶுப⁴ரூபாய |
शुभ्राननाय | ஶுப்⁴ரானனாய |
शुभ्राय | ஶுப்⁴ராய |
शुभ्रविग्रहाय | ஶுப்⁴ர விக்³ரஹாய |
शुभ्राभ्रयूथध्रुते | ஶுப்⁴ராப்⁴ர யூத²த்⁴ருதே |
श्वभ्यो नमः | ஶ்வப்⁴யோ நம: |
श्रीभरद्वाजदीक्षोत्तमाघोर गुरवे | ஶ்ரீப⁴ரத்³வாஜ தீ³க்ஷோத்தமாகோ⁴ர கு³ரவே |
शीभ्याय | ஶீப்⁴யாய |
शोभनाय | ஶோப⁴னாய |
शंभवे | ஶம்ப⁴வே |
शमरूपाय | ஶமரூபாய |
शमाय नमः – ८२८० | ஶமாய நம: – 8280 |
Tuesday, October 14, 2014
ஶிவம் - 8241_8280
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