| साङ्ख्याय नमः | ஸாங்க்²யாய நம: |
| साङ्ख्ययोगाय | ஸாங்க்²ய யோகா³ய |
| साङ्ख्यानां पुरुषात्मने | ஸாங்க்²யானாம்ʼ புருஷாத்மனே |
| साङ्ख्यस्य प्रभवे | ஸாங்க்²யஸ்ய ப்ரப⁴வே |
| सुखकराय | ஸுக²கராய |
| सुखप्रदाय | ஸுக²ப்ரதா³ய |
| सुखदुःखविवर्जिताय | ஸுக²து³:க² விவர்ஜிதாய |
| सुखसंस्थाय | ஸுக²ஸம்ʼஸ்தா²ய |
| सुखनिधये | ஸுக²நித⁴யே |
| सुखप्राप्त्येकहेतवे | ஸுக²ப்ராப்த்யேக ஹேதவே |
| सुखभावाय | ஸுக²பா⁴வாய |
| सुखाधाराय | ஸுகா²தா⁴ராய |
| सुखासक्ताय | ஸுகா²ஸக்தாய |
| सुखासनाय | ஸுகா²ஸனாய |
| सुखाजाताय | ஸுகா²ஜாதாய |
| सुखासनादिपञ्चमूर्तिप्रतिपादकोर्ध्ववदनाय | ஸுகா²ஸனாதி³ பஞ்ச மூர்தி ப்ரதிபாத³கோர்த்⁴வ வத³னாய |
| सौख्यस्य प्रभवे | ஸௌக்²யஸ்ய ப்ரப⁴வே |
| सौख्यप्रदाय | ஸௌக்²யப்ரதா³ய |
| सगणाय | ஸக³ணாய |
| सगरतनूजन्मसुकृतप्लाविजटाय नमः – ८६६० | ஸக³ர தனூ ஜன்ம ஸுக்ருʼதப்லாவிஜடாய நம: – 8660 |
| सगुणनिर्गुणाय नमः | ஸகு³ண நிர்கு³ணாய நம: |
| सगुणाय | ஸகு³ணாய |
| संग्रहीत्रुभ्यो | ஸங்க்³ரஹீத்ருப்⁴யோ |
| संग्रहाय | ஸங்க்³ரஹாய |
| संग्रामविधिपूजिताय | ஸங்க்³ராம விதி⁴ பூஜிதாய |
| स्वङ्गाय | ஸ்வங்கா³ய |
| साङ्गवेदतुरङ्गोत्थहेषाक्लुप्तात्मने | ஸாங்க³வேத³ துரங்கோ³த்த² ஹேஷாக்லுப்தாத்மனே |
| सुगुणाय | ஸுகு³ணாய |
| सुगुणाकराय | ஸுகு³ணாகராய |
| सुगंधिदेहाय | ஸுக³ந்தி⁴தே³ஹாய |
| सुगण्डमण्डलस्फुरत्प्रभाजितामृतांशवे | ஸுக³ண்ட³ மண்ட³ல ஸ்பு²ரத் ப்ரபா⁴ஜிதாம்ருʼதாம்'ஶவே |
| सुगताय | ஸுக³தாய |
| सुगन्धाराय | ஸுக³ந்தா⁴ராய |
| सुगतीश्वराय | ஸுக³தீஶ்வராய |
| सुगन्धये | ஸுக³ந்த⁴யே |
| सुगुणार्णवाय | ஸுகு³ணார்ணவாய |
| सुगण्डाय | ஸுக³ண்டா³ய |
| सुगीतिगायते | ஸுகீ³தி கா³யதே |
| सुग्रीवाय | ஸுக்³ரீவாய |
| सौगतानां विज्ञानाय नमः – ८६८० | ஸௌக³தானாம்ʼ விஜ்ஞானாய நம: – 8680 |
Wednesday, October 29, 2014
ஶிவம் - 8641_8680
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment