| शतधृतये नमः | ஶத த்⁴ருʼதயே நம: | 
| शतघ्न्यशनिखङ्गिने | ஶதக்⁴ன்ய ஶனிக²ங்கி³னே | 
| शताननाय | ஶதானனாய | 
| शतावर्ताय | ஶதாவர்தாய | 
| शतरूपविरूपाय | ஶதரூப விரூபாய | 
| शतकेतवे | ஶதகேதவே | 
| शताकृतये | ஶதாக்ருʼதயே | 
| शतानन्दाय | ஶதானந்தா³ய | 
| शत्रुजिते | ஶத்ருஜிதே | 
| शत्रुघ्नाय | ஶத்ருக்⁴னாய | 
| शत्रुतापनाय | ஶத்ரு தாபனாய | 
| शत्रुनिषूदनाय | ஶத்ரு நிஷூத³னாய | 
| शान्ताय | ஶாந்தாய | 
| शान्तस्वान्ताय | ஶாந்தஸ்வாந்தாய | 
| शान्तरूपाय | ஶாந்தரூபாய | 
| शान्तमानसभाविताय | ஶாந்த மானஸ பா⁴விதாய | 
| शान्तरागाय | ஶாந்தராகா³ய | 
| शान्तशरच्चन्द्रनिभाय | ஶாந்த ஶரச்சந்த்³ரனிபா⁴ய | 
| शान्तमानसाय | ஶாந்த மானஸாய | 
| शान्तात्मने नमः – ८१४० | ஶாந்தாத்மனே நம: – 8140 | 
| शान्तचित्तांबुजचञ्चरिकाय नमः | ஶாந்த சித்தாம்பு³ஜ சஞ்சரிகாய நம: | 
| शान्तशक्तिसंशयवर्जिताय | ஶாந்த ஶக்தி ஸம்ʼஶய வர்ஜிதாய | 
| शान्तमूर्तये | ஶாந்தமூர்தயே | 
| शान्त्यै | ஶாந்த்யை | 
| शान्तिकलात्मकललाटादिकाय | ஶாந்தி கலாத்மக லலாடாதி³காய | 
| शान्तयतीतात्मकमूर्धादिकाय | ஶாந்தயதீதாத்மக மூர்தா⁴தி³காய | 
| शान्तात्मरूपिने | ஶாந்தாத்மரூபினே | 
| शान्तिवर्धनाय | ஶாந்தி வர்த⁴னாய | 
| शान्त्यतीताय | ஶாந்த்யதீதாய | 
| शान्तिदाय | ஶாந்திதா³ய | 
| शान्तिस्वरूपिने | ஶாந்தி ஸ்வரூபினே | 
| श्रितविबुधलोकाय | ஶ்ரித விபு³த⁴லோகாய | 
| शितिकण्ठाय | ஶிதிகண்டா²ய | 
| शितिकण्ठोर्ध्वरेतसे | ஶிதிகண்டோ²ர்த்⁴வ ரேதஸே | 
| शीतलशीलाय | ஶீதலஶீலாய | 
| शीतांशुमित्रदहननयनाय | ஶீதாம்ʼஶு மித்ர த³ஹன நயனாய | 
| शीतांशुशोभितकिरीटविराजमानाय | ஶீதாம்ʼஶு ஶோபி⁴த கிரீட விராஜமானாய | 
| श्रुत्यै | ஶ்ருத்யை | 
| श्रुतिपादाय | ஶ்ருதிபாதா³ய | 
| श्रुतिशिरःस्थानान्तराधिष्टिताय नमः – ८१६० | ஶ்ருதி ஶிர:ஸ்தா²னாந்தராதி⁴ஷ்டிதாய நம: – 8160 | 
Thursday, October 9, 2014
ஶிவம் - 8121_8160
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment