| श्रुतिसेव्याय नमः | ஶ்ருதிஸேவ்யாய நம: | 
| श्रुताय | ஶ்ருதாய | 
| श्रुतिपदैर्वेद्याय | ஶ்ருதிபதை³ர் வேத்³யாய | 
| श्रुतिगीतकीर्तये | ஶ்ருதி கீ³த கீர்தயே | 
| श्रुतिसाराय | ஶ்ருதிஸாராய | 
| श्रुतिपारगाय | ஶ்ருதி பாரகா³ய | 
| श्रुतिज्ञानगम्याय | ஶ்ருதிஜ்ஞான க³ம்யாய | 
| श्रुतिमते | ஶ்ருதிமதே | 
| श्रुतज्ञाय | ஶ்ருதஜ்ஞாய | 
| श्रुतये | ஶ்ருதயே | 
| श्रुतिचूडामन्येऽपि चन्द्रचूडामणये | ஶ்ருதிசூடா³மன்யேऽபி சந்த்³ரசூடா³மணயே | 
| श्रुतिप्रकाशाय | ஶ்ருதிப்ரகாஶாய | 
| श्रुतिमार्गेशाय | ஶ்ருதிமார்கே³ஶாய | 
| श्रुतिसागराय | ஶ்ருதிஸாக³ராய | 
| श्रुतिचक्षुषे | ஶ்ருதிசக்ஷுஷே | 
| श्रुतिलिङ्गाय | ஶ்ருதிலிங்கா³ய | 
| श्रुतिप्रणवगम्याय | ஶ்ருதி ப்ரணவ க³ம்யாய | 
| श्वेतपिङ्गलाय | ஶ்வேதபிங்க³லாய | 
| श्वेतरक्षापराय | ஶ்வேதரக்ஷாபராய | 
| श्वेताय नमः – ८१८० | ஶ்வேதாய நம: – 8180 | 
| श्वेताम्बरधराय नमः | ஶ்வேதாம்ப³ரத⁴ராய நம: | 
| श्वेतमाल्यविभूषणाय | ஶ்வேதமால்ய விபூ⁴ஷணாய | 
| श्वेतद्वीपाय | ஶ்வேத த்³வீபாய | 
| श्वेतातपत्ररुचिराय | ஶ்வேதாத பத்ர ருசிராய | 
| श्वेतचामरवीजिताय | ஶ்வேதசாமரவீஜிதாய | 
| श्वेताश्वाय | ஶ்வேதாஶ்வாய | 
| श्वेतवाहनसख्यवते | ஶ்வேத வாஹன ஸக்²யவதே | 
| श्वेतलोहिताय | ஶ்வேதலோஹிதாய | 
| श्रोर्त्रे | ஶ்ரோர்த்ரே | 
| श्रोतृवर्गरसायनाय | ஶ்ரோத்ருʼவர்க³ரஸாயனாய | 
| श्रोतव्याय | ஶ்ரோதவ்யாய | 
| शिथिलीकृतसंसारबन्धनाय | ஶிதி²லீக்ருʼத ஸம்ʼஸாரப³ந்த⁴னாய | 
| शंदक्षिणपादनूपुराय | ஶந் த³க்ஷிணபாத³ நூபுராய | 
| श्रीदाय | ஶ்ரீதா³ய | 
| श्रीधराय | ஶ்ரீத⁴ராய | 
| शुद्धविग्रहाय | ஶுத்³த⁴விக்³ரஹாய | 
| शुद्धकेवलमिश्रादिपूज्योपास्याय | ஶுத்³த⁴ கேவல மிஶ்ராதி³ பூஜ்யோபாஸ்யாய | 
| शुद्धपाणये | ஶுத்³த⁴பாணயே | 
| शुद्धशासनाय | ஶுத்³த⁴ஶாஸனாய | 
| शुद्धगुणार्णवाय नमः – ८२०० | ஶுத்³த⁴கு³ணார்ணவாய நம: – 8200 | 
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