वृषदर्भाय नमः | வ்ருʼஷத³ர்பா⁴ய நம: |
वृषशृङ्गाय | வ்ருʼஷஶ்ருʼங்கா³ய |
वृषर्षभाय | வ்ருʼஷர்ஷபா⁴ய |
वृषभोदराय | வ்ருʼஷபோ⁴த³ராய |
वृषभेक्षणाय | வ்ருʼஷபே⁴க்ஷணாய |
वृषशराय | வ்ருʼஷஶராய |
वृषभूताय | வ்ருʼஷபூ⁴தாய |
वृषभाधिरूढाय | வ்ருʼஷபா⁴தி⁴ரூடா⁴ய |
वृषवाहनाय | வ்ருʼஷவாஹனாய |
वृषगमनाय | வ்ருʼஷக³மனாய |
वृषभस्थाय | வ்ருʼஷப⁴ஸ்தா²ய |
वृषाकृतये | வ்ருʼஷாக்ருʼதயே |
वृषाकपये | வ்ருʼஷாகபயே |
वृषाहिने | வ்ருʼஷாஹினே |
वृषोदराय | வ்ருʼஷோத³ராய |
वृषाधाराय | வ்ருʼஷாதா⁴ராய |
वृषायुधाय | வ்ருʼஷாயுதா⁴ய |
वृषभवाहनाय | வ்ருʼஷப⁴வாஹனாய |
वृषभतुरङ्गाय | வ்ருʼஷப⁴துரங்கா³ய |
वेष्टकप्रणवान्तोदितनादस्याधः पीठमध्योप क्रमादि विलसद्विकारादि नादान्तात्मने नमः – ७९०० | வேஷ்டக ப்ரணவாந்தோதி³த நாத³ஸ்யாத⁴: பீட²மத்⁴யோப க்ரமாதி³ விலஸத்³ விகாராதி³ நாதா³ந்தாத்மனே நம: – 7900 |
वैष्कर्म्याय नमः | வைஷ்கர்ம்யாய நம: |
वसवे | வஸவே |
वसुमनसे | வஸுமனஸே |
वसुमते | வஸுமதே |
वसुश्रवसे | வஸுஶ்ரவஸே |
वसुश्वासाय | வஸுஶ்வாஸாய |
वसुरेतसे | வஸுரேதஸே |
वसुरत्नपरिच्छदाय | வஸுரத்ன பரிச்ச²தா³ய |
वसुप्रियाय | வஸுப்ரியாய |
वसुधास्तुताय | வஸுதா⁴ஸ்துதாய |
वसुदाय | வஸுதா³ய |
वसुन्धराय | வஸுந்த⁴ராய |
वसुश्रेष्ठाय | வஸுஶ்ரேஷ்டா²ய |
वसुत्रात्रे | வஸுத்ராத்ரே |
वसुदेवाय | வஸுதே³வாய |
वसुजन्मविमोचिने | வஸுஜன்ம விமோசினே |
वसुप्रदाय | வஸுப்ரதா³ய |
वसुधायासहरणाय | வஸுதா⁴யாஸ ஹரணாய |
वसुन्धरामहाभारसूदनाय | வஸுந்த⁴ரா மஹாபா⁴ர ஸூத³னாய |
वसूनां पावनाय नमः – ७९२० | வஸூனாம்ʼ பாவனாய நம: – 7920 |
Wednesday, October 1, 2014
ஶிவம் - 7881 -7920
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