सृगालरूपाय नमः | ஸ்ருʼகா³லரூபாய நம: |
संघुनिशाय | ஸங்கு⁴னிஶாய |
सुघोराय | ஸுகோ⁴ராய |
सुघोषाय | ஸுகோ⁴ஷாய |
सच्चिदानन्दमूर्तये | ஸச்சிதா³னந்த³ மூர்தயே |
सच्चिदानन्दसिन्धवे | ஸச்சிதா³னந்த³ ஸிந்த⁴வே |
सच्चिदानन्दसंपूर्णस्वरूपाय | ஸச்சிதா³னந்த³ ஸம்பூர்ண ஸ்வரூபாய |
संचितपापविनाशलिङ्गाय | ஸஞ்சிதபாப வினாஶ லிங்கா³ய |
संचितपापौघतिमिरसंहरनाय | ஸஞ்சித பாபௌக⁴திமிர ஸம்ʼஹரனாய |
संचाराय | ஸஞ்சாராய |
सुचरित्राय | ஸுசரித்ராய |
सुचक्षुषे | ஸுசக்ஷுஷே |
सुचित्राय | ஸுசித்ராய |
सुचारुकेशाय | ஸுசாருகேஶாய |
स्वच्छाय | ஸ்வச்சா²ய |
स्वच्छन्दभैरवाय | ஸ்வச்ச²ந்த³ பை⁴ரவாய |
स्वच्छन्दाय | ஸ்வச்ச²ந்தா³ய |
स्वेच्छामन्त्रस्वरूपाय | ஸ்வேச்சா² மந்த்ர ஸ்வரூபாய |
सज्जनाय | ஸஜ்ஜனாய |
सज्जनानुरागाय नमः - ८७०० | ஸஜ்ஜனானு ராகா³ய நம: - 8700 |
सज्यकार्मुकहस्ताय नमः | ஸஜ்யகார்முகஹஸ்தாய நம: |
सज्जनपरिपालकाय | ஸஜ்ஜனபரிபாலகாய |
सज्जनाश्रयाय | ஸஜ்ஜனாஶ்ரயாய |
सज्जनपूज्याय | ஸஜ்ஜனபூஜ்யாய |
सज्जनपोषणाय | ஸஜ்ஜனபோஷணாய |
सज्जनानुरागाय | ஸஜ்ஜனானுராகா³ய |
सज्जनपालनाय | ஸஜ்ஜனபாலனாய |
सुजङ्घाय | ஸுஜங்கா⁴ய |
सुजातानन्तमहिम्ने | ஸுஜாதானந்தமஹிம்னே |
सुज्ञेयाय | ஸுஜ்ஞேயாய |
सौजन्यनिलयाय | ஸௌஜன்யநிலயாய |
स्फटिकधवलांगाय | ஸ்ப²டிகத⁴வலாங்கா³ய |
स्फटिकचारुमूर्तये | ஸ்ப²டிகசாருமூர்தயே |
स्फटिकमालालङ्कृतवक्षसे | ஸ்ப²டிக மாலாலங்க்ருʼத வக்ஷஸே |
स्फटिकजपमालाहस्ताय | ஸ்ப²டிக ஜபமாலா ஹஸ்தாய |
सटापटलभूमिताय | ஸடாபடலபூ⁴மிதாய |
स्थाणवे | ஸ்தா²ணவே |
स्थाणुरूपाय | ஸ்தா²ணுரூபாய |
स्त्रीणाम्गिरिजाय | ஸ்த்ரீணாம்கி³ரிஜாய |
स्त्रैणस्त्रौम्याय नमः -८७२० | ஸ்த்ரைணஸ்த்ரௌம்யாய நம: -8720 |
Thursday, October 30, 2014
ஶிவம் - 8681_8720
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment