| विधुबिम्बाय नमः | விது⁴பி³ம்பா³ய நம: |
| विन्ध्याचलनिवासिने | விந்த்⁴யாசல நிவாஸினே |
| विन्ध्यमर्दनाय | விந்த்⁴ய மர்த³னாய |
| वेधसे | வேத⁴ஸே |
| वेधित्रे | வேதி⁴த்ரே |
| वनवासिने | வனவாஸினே |
| वनस्पतीनां प्रभवे | வனஸ்பதீனாம்ʼ ப்ரப⁴வே |
| वनमालादिविभूषणाय | வனமாலாதி³ விபூ⁴ஷணாய |
| वनप्रियाय | வனப்ரியாய |
| वनितार्धाङ्गाय | வனிதார்தா⁴ங்கா³ய |
| वनदुर्गापतये | வனது³ர்கா³ பதயே |
| वनानां पतये | வனானாம்ʼ பதயே |
| वनचराय | வனசராய |
| वन्यावनिविनोदिने | வன்யாவனி வினோதி³னே |
| वन्याय | வன்யாய |
| वजाक्षाय | வஜாக்ஷாய |
| वनालयाय | வனாலயாய |
| वन्याशनप्रियाय | வன்யாஶனப்ரியாய |
| वानप्रस्थाय | வானப்ரஸ்தா²ய |
| वानप्रस्थाश्रमस्थाय नमः – ७१८० | வானப்ரஸ்தா²ஶ்ரம ஸ்தா²ய நம: – 7180 |
| वानप्रस्थाश्रमिणे नमः | வானப்ரஸ்தா²ஶ்ரமிணே நம: |
| व्यानेश्वराय | வ்யானேஶ்வராய |
| विनुतात्मने | வினுதாத்மனே |
| विनायकनमस्कृताय | வினாயக நமஸ்க்ருʼதாய |
| विनायकाय | வினாயகாய |
| विनायकविनोदस्थाय | வினாயக வினோத³ஸ்தா²ய |
| विनष्टदोषाय | வினஷ்டதோ³ஷாய |
| विनताय | வினதாய |
| विनयित्रे | வினயித்ரே |
| विनीतात्मने | வினீதாத்மனே |
| विनमद्रक्षणकर्मणे | வினமத்³ ரக்ஷண கர்மணே |
| वपुषे | வபுஷே |
| वपाहोमप्रियाय | வபா ஹோம ப்ரியாய |
| व्याप्तये | வ்யாப்தயே |
| व्याप्ताय | வ்யாப்தாய |
| व्याप्याय | வ்யாப்யாய |
| व्यापकाय | வ்யாபகாய |
| व्यापाण्डुगण्डस्थलाय | வ்யாபாண்டு³ க³ண்ட³ ஸ்த²லாய |
| विप्रपूजनसंतुष्टाय | விப்ரபூஜன ஸந்துஷ்டாய |
| विप्राविप्रप्रवर्धनाय नमः – ७२०० | விப்ராவிப்ர ப்ரவர்த⁴னாய நம: – 7200 |
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