| विप्रत्रार्त्रे नमः | விப்ரத்ரார்த்ரே நம: | 
| विप्रगोप्त्रे | விப்ர கோ³ப்த்ரே | 
| विप्रहत्याविमोचकाय | விப்ர ஹத்யா விமோசகாய | 
| विपन्नार्तिहारिणे | விபன்னார்தி ஹாரிணே | 
| विप्ररमन्दिरमध्यस्थाय | விப்ரமந்தி³ர மத்⁴யஸ்தா²ய | 
| व्यापिने | வ்யாபினே | 
| व्यापाण्डुगण्डदेशाय | வ்யாபாண்டு ³க³ண்ட³ தே³ஶாய | 
| विपाकाय | விபாகாய | 
| विपर्यासविलोचनाय | விபர்யாஸ விலோசனாய | 
| विपणाय | விபணாய | 
| विपुलांसाय | விபுலாம்ʼஸாய | 
| विप्रवादविनोदिने | விப்ரவாத³ வினோதி³னே | 
| विप्रोपाधिविनिर्मुक्ताय | விப்ரோபாதி⁴ வினிர்முக்தாய | 
| विप्रनन्द्याय | விப்ரனந்த்³யாய | 
| विप्रप्रियाय | விப்ரப்ரியாய | 
| विप्रशरीस्थाय | விப்ரஶரீஸ்தா²ய | 
| विप्रवन्द्याय | விப்ரவந்த்³யாய | 
| विप्ररूपाय | விப்ரரூபாய | 
| विप्रकल्याणाय | விப்ரகல்யாணாய | 
| विप्रवाक्यस्वरूपिणे नमः – ७२२० | விப்ரவாக்ய ஸ்வரூபிணே நம: – 7220 | 
| विप्रवैकल्यशमनाय | விப்ர வைகல்ய ஶமனாய | 
| विप्राविप्रप्रसादिने | விப்ராவிப்ர ப்ரஸாதி³னே | 
| विप्राविप्रसादकाय | விப்ராவிப்ர ஸாத³காய | 
| विप्राराधनसन्तुष्टाय | விப்ராராத⁴ன ஸந்துஷ்டாய | 
| विप्रेष्टफलदायकाय | விப்ரேஷ்ட ப²ல தா³யகாய | 
| विप्राणामग्निनिलयाय | விப்ராணாமக்³னி நிலயாய | 
| विप्राय | விப்ராய | 
| विप्रभोजनसंतुष्टाय | விப்ரபோ⁴ஜன ஸந்துஷ்டாய | 
| विप्रश्रियै | விப்ரஶ்ரியை | 
| विप्रालयनिवासिने | விப்ராலய நிவாஸினே | 
| विप्रैरभिष्टुताय | விப்ரைரபி⁴ஷ்டுதாய | 
| विप्रपालाय | விப்ரபாலாய | 
| विपाशाय | விபாஶாய | 
| विम्वीजजपसंतुष्टाय | விம்வீஜ ஜபஸந்துஷ்டாய | 
| विभुधाय | விபு⁴தா⁴ய | 
| विभुधलोलाय | விபு⁴த⁴லோலாய | 
| विभुधाश्रयाय | விபு⁴தா⁴ஶ்ரயாய | 
| विभुधगणपोषकाय | விபு⁴த⁴ க³ண போஷகாய | 
| विभुधेश्वरपूजिताय | விபு⁴தே⁴ஶ்வர பூஜிதாய | 
| विभुधस्रोतस्विनी शेखराय नमः– ७२४० | விபு⁴த⁴ஸ்ரோதஸ்வினீ ஶேக²ராய நம:– 7240 | 
Monday, September 8, 2014
ஶிவம் - 7201_7240
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment