रत्नाम्बरधराय नमः | ரத்னாம்ப³ர த⁴ராய நம: |
रत्नासागरमध्यस्थाय | ரத்னாஸாக³ர மத்⁴யஸ்தா²ய |
रत्नद्वीपनिवासिने | ரத்ன த்³வீப நிவாஸினே |
रत्नप्राकारमध्यस्ताय | ரத்ன ப்ராகார மத்⁴யஸ்தாய |
रत्नाङ्गाय | ரத்னாங்கா³ய |
रत्नदायिने | ரத்னதா³யினே |
रात्रिम्चराय | ராத்ரிஞ்சராய |
रात्रिंचरप्राणापहारकाय | ராத்ரிஞ்சர ப்ராணாபஹாரகாய |
रात्रिंचरगणाध्यक्षाय | ராத்ரிஞ்சர க³ணாத்⁴யக்ஷாய |
रात्रिंचरनिषेविताय | ராத்ரிஞ்சர நிஷேவிதாய |
रथयोगिने | ரத²யோகி³னே |
रथकराय | ரத²கராய |
रथपतये | ரத²பதயே |
रथकारेभ्यो | ரத²காரேப்⁴யோ |
रथाय | ரதா²ய |
रथारूढाय | ரதா²ரூடா⁴ய |
रथ्याय | ரத்²யாய |
रथांगपाणये | ரதா²ங்க³பாணயே |
रथिने | ரதி²னே |
रथपतिभ्यो नमः -६४६० | ரத²பதிப்⁴யோ நம: -6460 |
रथिभ्यो नमः | ரதி²ப்⁴யோ நம: |
रथोत्सवाय | ரதோ²த்ஸவாய |
रथोत्सवप्रियाय | ரதோ²த்ஸவப்ரியாய |
रथेभ्यो | ரதே²ப்⁴யோ |
रुद्राय | ருத்³ராய |
रुद्ररूपाय | ருத்³ரரூபாய |
रुद्रमन्यवे | ருத்³ரமன்யவே |
रुदये | ருத³யே |
रुद्रनीलाय | ருத்³ர நீலாய |
रुद्रभावाय | ருத்³ரபா⁴வாய |
रुद्रकेलये | ருத்³ரகேலயே |
रुद्रशान्त्यै | ருத்³ரஶாந்த்யை |
रुद्रविष्णुब्रह्मादिजनकाय | ருத்³ரவிஷ்ணுப்³ரஹ்மாதி³ ஜனகாய |
रुद्रमण्डलसेविताय | ருத்³ரமண்ட³ல ஸேவிதாய |
रुद्रमन्त्रजपप्रीताय | ருத்³ரமந்த்ர ஜபப்ரீதாய |
रुद्रलोकप्रदायकाय | ருத்³ரலோக ப்ரதா³யகாய |
रुद्राक्षप्रियवत्सलाय | ருத்³ராக்ஷ ப்ரியவத்ஸலாய |
रुद्राक्षमालाभरणाय | ருத்³ராக்ஷமாலாப⁴ரணாய |
रुद्रात्मने | ருத்³ராத்மனே |
रुद्राध्यायजपप्रीताय नमः – ६४८० | ருத்³ராத்⁴யாய ஜபப்ரீதாய நம: – 6480 |
Tuesday, August 12, 2014
ஶிவம் - 6441_6480
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