| रसालशालाहेलत्पिकनिनद मधुरवाग्जालाय नमः | ரஸாலஶாலா ஹேலத்பிகனினத³ மது⁴ர வாக்³ஜாலாய நம: |
| रसानां पतये | ரஸானாம்ʼ பதயே |
| रसाय | ரஸாய |
| रसात्मकाय | ரஸாத்மகாய |
| रसाधरेन्द्रचापशिन्जिनीकृतानिलाशिने | ரஸாத⁴ரேந்த்³ர சாப ஶின்ஜினீ க்ருʼதானிலாஶினே |
| रासभाय | ராஸபா⁴ய |
| रोहिणीपतिवल्लभाय | ரோஹிணீபதி வல்லபா⁴ய |
| रोहिताय | ரோஹிதாய |
| रहस्याय | ரஹஸ்யாய |
| रंहसे | ரம்ʼஹஸே |
| रंहसाय | ரம்ʼஹஸாய |
| रहस्यलिङ्गाय | ரஹஸ்ய லிங்கா³ய |
| राहवे | ராஹவே |
| रक्षाभूषणाय | ரக்ஷாபூ⁴ஷணாய |
| रक्षसे | ரக்ஷஸே |
| रक्षिणे | ரக்ஷிணே |
| रक्षोऽधिपतये | ரக்ஷோ(அ)தி⁴பதயே |
| रक्षोघ्नाय | ரக்ஷோக்⁴னாய |
| रक्षोगणार्तिकृते | ரக்ஷோக³ணார்தி க்ருʼதே |
| रक्षोघ्ने नमः -६५८० | ரக்ஷோக்⁴னே நம: -6580 |
| राक्षसवरप्रदाय नमः | ராக்ஷஸ வரப்ரதா³ய நம: |
| रक्षाकराय | ரக்ஷாகராய |
| रक्षाधराय | ரக்ஷாத⁴ராய |
| राक्षसारये | ராக்ஷஸாரயே |
| राक्षसान्तकृते | ராக்ஷஸாந்தக்ருʼதே |
| रूक्षरेतसे | ரூக்ஷரேதஸே |
| रूक्षाय नमः – ६५८७ | ரூக்ஷாய நம: – 6587 |
| लकारस्य शक्तिर्देवता | लक्ष्मिवष्यार्थे विनियोगः | | லகாரஸ்ய ஶக்திர் தே³வதா | லக்ஷ்மி வஷ்யார்தே² வினியோக³: | |
| लोकपालाय नमः | லோகபாலாய நம: |
| लोकविश्रुताय | லோகவிஶ்ருதாய |
| लोकपाल समर्चिताय | லோகபால ஸமர்சிதாய |
| लोकचारिणे | லோகசாரிணே |
| लोककर्त्रे | லோககர்த்ரே |
| लोकसाक्षिणे | லோகஸாக்ஷிணே |
| लोकहिताय | லோகஹிதாய |
| लोकरक्षापरायणाय | லோகரக்ஷா பராயணாய |
| लोकनेत्रे | லோக நேத்ரே |
| लोककृते | லோகக்ருʼதே |
| लोकभृते | லோகப்⁴ருʼதே |
| लोककाराय | லோககாராய |
| लोकभावनाय नमः – ६६०० | லோகபா⁴வனாய நம: – 6600 |
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