| सर्वयज्ञफलप्रदाय नमः | ஸர்வயஜ்ஞ ப²லப்ரதா³ய நம: |
| सर्वभक्तसमुत्सुकाय | ஸர்வப⁴க்த ஸமுத்ஸுகாய |
| सर्वकामप्रपूरकाय | ஸர்வகாம ப்ரபூரகாய |
| सर्वभूताशयस्थिताय | ஸர்வ பூ⁴தாஶய ஸ்தி²தாய |
| सर्वभूतदमनाय | ஸர்வபூ⁴த த³மனாய |
| सर्वभूतनिवासाय | ஸர்வபூ⁴த நிவாஸாய |
| सर्वलोकानामंतकाय | ஸர்வ லோகானாமந்தகாய |
| सर्वलोकमहेश्वराय | ஸர்வலோக மஹேஶ்வராய |
| सर्वलोकसुखावहाय | ஸர்வலோக ஸுகா²வஹாய |
| सर्वलोकशुभंकराय | ஸர்வலோக ஶுப⁴ங்கராய |
| सर्वलोकेश्वराय | ஸர்வ லோகேஶ்வராய |
| सर्वाशापरिपूरकाय | ஸர்வாஶாபரிபூரகாய |
| सर्वदिग्वाससे | ஸர்வ தி³க்³வாஸஸே |
| सर्वशक्तिमते | ஸர்வஶக்திமதே |
| सर्वदेहिनाम्शरण्याय | ஸர்வதே³ஹினாம் ஶரண்யாய |
| सर्वदेवात्मकाय | ஸர்வதே³வாத்மகாய |
| सर्ववश्यकराय | ஸர்வவஶ்யகராய |
| सर्ववेदमूर्तये | ஸர்வவேத³மூர்தயே |
| सर्ववेदार्थसंपत्तये | ஸர்வவேதா³ர்த² ஸம்பத்தயே |
| सर्ववेदान्तनिलयाय नमः --९५४० | ஸர்வவேதா³ந்த நிலயாய நம: --9540 |
| सर्वग्रहरूपिणे नमः | ஸர்வக்³ரஹரூபிணே நம: |
| सर्वकारणकारणाय | ஸர்வ காரணகாரணாய |
| सर्वभेषजभेषजाय | ஸர்வ பே⁴ஷஜபே⁴ஷஜாய |
| सर्वयोगविनिःसृताय | ஸர்வயோக³ வினி:ஸ்ருʼதாய |
| सर्वसंमताय | ஸர்வஸம்ʼமதாய |
| सर्वपोषकाय | ஸர்வபோஷகாய |
| सर्वविभवशालिने | ஸர்வ விப⁴வஶாலினே |
| सर्वात्मकाय | ஸர்வாத்மகாய |
| सर्वाभरणसंयुक्ताय | ஸர்வாப⁴ரண ஸம்ʼயுக்தாய |
| सर्वाधाराय | ஸர்வாதா⁴ராய |
| सर्वादये | ஸர்வாத³யே |
| सर्वालंकारसंयुक्ताय | ஸர்வாலங்கார ஸம்ʼயுக்தாய |
| सर्वात्मलिङ्गाय | ஸர்வாத்மலிங்கா³ய |
| सर्वात्मभुवे | ஸர்வாத்மபு⁴வே |
| सर्वातिशयाय | ஸர்வாதிஶயாய |
| सर्वार्तिहराय | ஸர்வார்திஹராய |
| सर्वान्तर्यामिणे | ஸர்வாந்தர்யாமிணே |
| सर्वात्मज्योतिषे | ஸர்வாத்ம ஜ்யோதிஷே |
| सर्वापन्मोचकत्वेष्ट सर्वोपास्याय | ஸர்வாபன்மோசகத்வேஷ்ட ஸர்வோபாஸ்யாய |
| सर्वात्मान्तरवर्तिने नमः -- ९५६० | ஸர்வாத்மாந்தரவர்தினே நம: -- 9560 |
Friday, December 5, 2014
ஶிவம் - 9521_9560
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