| नवमोहतमः पङ्कक्षालनाय नमः | நவமோஹதம: பங்க்ஷாலனாய நம: |
| नवसिद्धसमाराध्याय | நவ ஸித்³த⁴ ஸமாராத்⁴யாய |
| नवब्रम्हार्चितपदाय | நவ ப்³ரம்ஹார்சித பதா³ய |
| नवनागनिषेविताय | நவனாக³னிஷேவிதாய |
| नवदुर्गार्चनप्रियाय | நவ து³ர்கா³ர்சன ப்ரியாய |
| नवसूत्रविधानविदे | நவ ஸூத்ர விதா⁴னவிதே³ |
| नवर्षिगणसेविताय | நவர்ஷி க³ண ஸேவிதாய |
| नवचन्दनलिप्ताङ्गाय | நவ சந்த³ன லிப்தாங்கா³ய |
| नवचन्द्रकलाधराय | நவ சந்த்³ரகலா த⁴ராய |
| नववस्त्रपरिधानाय | நவ வஸ்த்ர பரிதா⁴னாய |
| नवरत्नविभूषिताय | நவ ரத்ன விபூ⁴ஷிதாய |
| नवभस्मविदिग्धाङ्गाय | நவ ப⁴ஸ்ம விதி³க்³தா⁴ங்கா³ய |
| नवबन्धविमोचकाय | நவ ப³ந்த⁴ விமோசகாய |
| नवनीतप्रियाहाराय | நவனீத ப்ரியா ஹாராய |
| नव्यहव्याग्रभोजनाय | நவ்யஹவ்யாக்³ர போ⁴ஜனாய |
| नवफालमणये | நவ பா²லமணயே |
| नवाय | நவாய |
| नवात्मने | நவாத்மனே |
| नवात्मतत्वरूपाय | நவாத்ம தத்வரூபாய |
| नंवामबाहुकटितटाय नमः – ३६२० | நம்ʼவாமபா³ஹு கடிதடாய நம: – 3620 |
| निवेदनाय | நிவேத³னாய |
| निवेष्ट्याय | நிவேஷ்ட்யாய |
| निव्याधिने | நிவ்யாதி⁴னே |
| निवृत्तात्मने | நிவ்ருʼத்தாத்மனே |
| निवृत्तये | நிவ்ருʼத்தயே |
| निवृत्तिकलात्मकसर्वाङ्गाय | நிவ்ருʼத்தி கலாத்மக ஸர்வாங்கா³ய |
| नाशारूढाय | நாஶாரூடா⁴ய |
| निशाचराय | நிஶாசராய |
| निशाचारिणे | நிஶாசாரினே |
| निशाकराय | நிஶாகராய |
| निशालयाय | நிஶாலயாய |
| निशाचाराय | நிஶாசாராய |
| निशाचरगणाकृतये | நிஶாசர க³ணா க்ருʼதயே |
| निश्चलाय | நிஶ்சலாய |
| निशुम्भघ्नाय | நிஶும்ப⁴க்⁴னாய |
| निश्वासागमलोचनाय | நிஶ்வாஸாக³ம லோசனாய |
| निःश्रेयसालयाय | நி:ஶ்ரேயஸா லயாய |
| नष्टशोकाय | நஷ்டஶோகாய |
| निषंगिणे | நிஷங்கி³ணே |
| निष्कलायापि सकलाय नमः – ३६४० | நிஷ்கலாயாபி ஸகலாய நம: – 3640 |
Monday, April 21, 2014
ஶிவம் 3601_3640
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